चुनाव आयोग द्वारा पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के बाद भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी पांच राज्यों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जीत का दावा भी कर दिया है।
चुनावी राज्यों से जुड़े भाजपा के केंद्रीय मंत्री और नेता भी जीत का दावा कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ, विधान सभा चुनाव की आधिकारिक घोषणा होने के बाद भाजपा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी राजनीतिक नैरेटिव सेट करने की लड़ाई छेड़ दी है।
भाजपा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना में चुनावी जीत का दावा करते हुए आरोप लगाया है कि इन तीनों राज्यों में अब तक कुशासन का राज था, जिसके अंत का समय आ गया है और इन तीनों राज्यों में- “जल्द आ रहा है सुशासन।”
आपको बता दें कि, छत्तीसगढ़ और राजस्थान दोनों राज्यों में कांग्रेस की सरकार है, जबकि तेलंगाना में बीआरएस की सरकार है। भाजपा इन तीनों राज्यों में वर्तमान मुख्यमंत्रियों- भूपेश बघेल, अशोक गहलोत और के.चंद्रशेखर राव को हराना चाहती है। मध्य प्रदेश में वर्तमान में भाजपा की सरकार है और शिवराज सिंह चौहान राज्य के मुख्यमंत्री हैं।
भाजपा इस बार मध्य प्रदेश में भी प्रधानमंत्री मोदी के चेहरे पर सामूहिक नेतृत्व में ही विधान सभा चुनाव लड़ रही है ताकि सरकार की वापसी हो सके।
आपको बता दें कि, सोमवार को चुनाव आयोग ने देश के पांच राज्यों - मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधान सभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। पांचों राज्यों के चुनावी नतीजे एक ही दिन 3 दिसंबर को आएंगे।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने दिल्ली में चुनाव की तारीखों को लेकर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि मिजोरम में राज्य के विधान सभा चुनाव के लिए 7 नवंबर, मध्य प्रदेश में विधान सभा के चुनाव के लिए 17 नवंबर, राजस्थान में विधान सभा चुनाव के लिए 23 नवंबर और तेलंगाना में विधान सभा चुनाव के लिए 30 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा।
वहीं, छत्तीसगढ़ में विधान सभा चुनाव के लिए दो चरणों में 7 नवंबर को 20 सीटों पर और 17 नवंबर को बाकी बची 70 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। पांचों राज्यों में एक ही दिन, 3 दिसंबर को मतगणना होगी।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS