मध्य प्रदेश में बतौर डिप्टी कलेक्टर पद पर पदस्थ रही निशा बंगारे ने सरकार के इस्तीफा मंजूर नहीं करने पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि उन्हें दुनिया की कोई भी ताकत चुनाव लड़ने से नहीं रोक सकती।
निशा बंगारे ने वीडियो जारी कर कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में मैं नामांकन भरूंगी भी और चुनाव लडूंगी भी। इसके बाद भी यदि द्वेषपूर्ण भावना से मेरा नामांकन खारिज किया जाता है या मेरा इस्तीफा अस्वीकार करके चुनाव लड़ने से रोका जाता है तो अपने अधिकारों से वंचित रहकर जीवित रहने से बेहतर, मैं आमरण अनशन कर अपने प्राण त्यागना पसंद करूंगी।
उन्होंने अपने वीडियो मैसेज में जनता के सामने अपनी बात रखी और बताया कि किस तरीके से उन्हें अपने ही घर के उद्घाटन कार्यक्रम में आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना में जाने से तथा भगवान बुद्ध की अस्थियों के दर्शन करने से शासन ने रोका। इससे आहत होकर इस्तीफा दिया तो तरह-तरह से परेशान किया जा रहा है।
निशा ने कहा कि उन्होंने इसलिए इस्तीफा दिया था ताकि वह अपने घर पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हो सकें। इस्तीफा देने के बाद ही वह कार्यक्रम में सम्मिलित हुई। इसके बावजूद शासन ने बैक डेट से नोटिस जारी किए।
एक माह तक इस्तीफा पर कोई निर्णय नहीं लिया गया और इसके बाद जब वह न्याय के लिए हाईकोर्ट की शरण में गई तो कोर्ट को भी गुमराह करते हुए शासन ने हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी सामान्य प्रशासन विभाग के सर्कुलर के विपरीत उनके खिलाफ अपने घर के कार्यक्रम में सम्मिलित होने के कारण विभागीय जांच शुरू कर दिया। फिर जांच का हवाला देकर इस्तीफा को अस्वीकार कर दिया।
उन्होंने वीडियो मैसेज से आमला की जनता को स्पष्ट संदेश दिया कि वह आगामी चुनाव लड़ने वाली हैं। उन्होंने यह नहीं बताया कि वह किसी पार्टी या निर्दलीय चुनाव लड़ेंगी।
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Source : IANS