भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने मुंबई की बैठक में विपक्षी गठबंधन इंडिया के पारित प्रस्ताव पर कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि आज मुंबई की बैठक में तथाकथित इंडिया का जो रिजोल्यूशन रहा, उस पर उन्हें बहुत कौतूहल हुआ।
भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में पत्रकारों से बात करते हुए रविशंकर प्रसाद ने विपक्षी सरकार के कार्यकाल में हुए घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि इन लोगों ने पृथ्वी, अग्नि, जल, वायु और नभ सहित हर जगह भ्रष्टाचार किया, इन सबकी पूरी राजनीति गिव एंड टेक से प्रभावित रही है और आज अलायन्स में शामिल दलों ने अपने प्रस्ताव में ही यह स्वीकार कर लिया कि वे गिव एंड टेक की राजनीति करेंगे।
प्रसाद ने राहुल गांधी पर चीन का प्रवक्ता बनने का आरोप लगाते हुए कहा कि क्या उनके गठबंधन की हर बैठक में चीन का स्तुतिगान किया जाना जरूरी है?
उन्होंने सवाल पूछा कि क्या चीन भी इस विपक्षी इंडिया गठबंधन को पसंद कर रहा है?
भाजपा नेता ने कहा कि पटना और बेंगलुरु के बाद मुंबई में विपक्षी गठबंधन की तीसरी बैठक थी लेकिन तीन बैठकों के बाद भी विपक्षी गठबंधन ने भारत के विकास, महिलाओं और बच्चों के लिए ठोस बात, गरीबों के उत्थान और आतंकवाद एवं देश की सुरक्षा को लेकर कोई संकल्प देश के सामने नहीं रखा, भारत के विकास का कोई एजेंडा नहीं रखा, इनके पास कोई विजन नहीं है।
प्रसाद ने कहा कि इन विपक्षी दलों को विकल्प की तलाश नहीं है बल्कि इनमें मोदी को शापित करने की प्रतिस्पर्धा चल रही थी। उन्होंने 60 प्रतिशत वाले बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि दिन में ख्वाब देखने पर कोई मनाही नहीं है, शेखचिल्ली के हसीन सपने देखने से कहां रोक सकते हैं। जनता किसके साथ है, यह सबको पता है।
रविशंकर प्रसाद ने आरएसएस की आलोचना करने पर राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए पूछा कि क्या राहुल गांधी को आरएसएस का फुल फॉर्म पता है? क्या आरएसएस के संस्थापक का नाम पता है?
उन्होंने लालू यादव से लेकर नीतीश कुमार पर भी जमकर निशाना साधा।
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Source : IANS