रांची के नामकुम निवासी कांट्रैक्टर ज्ञान प्रकाश सिंह की हत्या उनके दो दोस्तों ने कर दी और लाश गुमला जिले के एक जंगल में फेंक दी। गुमला पुलिस ने पहचान न होने पर लाश को दफना दिया था। इस हत्याकांड का खुलासा 20 दिनों के बाद हुआ है।
इसके बाद लाश को कब्र खोदकर निकाला गया।
पुलिस ने बुधवार को हत्या के दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
ज्ञान प्रकाश सिंह मूल रूप से पटना के बख्तियारपुर के निवासी थे और रांची के नामकुम में रहकर ठेकेदारी करते थे। वह अचानक लापता हो गए तो उनके भाई ओम प्रकाश ने 15 फरवरी को रांची नामकुम थाने में अपहरण की आशंका जताते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी।
उन्होंने उनके दोस्तों गुड्डू और बोल बम पर संदेह जताया था। हालांकि एफआईआर दर्ज होने के तीन दिन पहले ही उनकी हत्या कर दी गई थी।
पुलिस ने जब दानों संदिग्ध दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने हत्या की बात स्वीकार कर ली।
जेल जाने से पहले दोनों आरोपियों ने पुलिस को पूछताछ में बताया कि डेढ़ लाख रुपए बकाया नहीं देने की वजह से ज्ञान प्रकाश की हत्या की गई।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS