पश्चिमी प्रशांत महासागर नौसेना मंच का 19वां वार्षिक सम्मेलन सोमवार को पूर्वी चीन के छिंगताओ शहर में उद्घाटित हुआ।
चीनी केंद्रीय फौजी आयोग के उपाध्यक्ष चांग योश्या ने इसमें भाग लेकर भाषण देते हुए कहा कि हमें शीतयुद्ध की मानसिकता छोड़कर एक साथ शांति स्थापित करना, वार्तालाप से मतभेद दूर करना और ठोस उपलब्धियों से समुद्रीय सुरक्षा शासन को नयी मंजिल पर पहुंचाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि चीनी सेना ने सहयोग व साझी जीत का झंडा उठाते हुए विभिन्न देशों की नौसेनाओं के साथ सहयोग व आवाजाही निरंतर मजबूत कर सक्रियता से अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सुरक्षा सहयोग में भाग लिया और सार्वजनिक समुद्रीय सुरक्षा कार्यक्रम पेश करने की पहल की और समान समृद्धि के लिए अहम योगदान दिया। चीनी पक्ष अधिक खुले रवैये से अंतरराष्ट्रीय सैन्य सहयोग में भाग लेगा और विश्व शांति व विकास का नया अध्याय लिखेगा।
उन्होंने कहा कि चीन हमेशा मामले के प्रत्यक्ष देशों के साथ मैत्रीपूर्ण विचार-विमर्श से समुद्रीय वाद-विवाद के समाधान पर कायम रहता है, पर जानबूझकर अतिक्रमण और अकारण उकसावे के प्रति चीन अपने वैधिक अधिकार की डटकर सुरक्षा करेगा और जवाबी कार्रवाई करेगा। चीनी सेना मातृभूमि के एकीकरण और राष्ट्रीय हितों की सुदृढ़ सुरक्षा करेगी।
वर्ष 2014 के बाद चीनी नौसेना दूसरी बार पश्चिमी प्रशांत महासागर का वार्षिक मंच कर रही है। कुल 29 देशों की नौसेनाओं के प्रतिनिधि मंडल इसमें भाग ले रहे हैं। इस दौरान साझे भविष्य वाला सागर नाम की उच्च स्तरीय संगोष्ठी की जाएगी और कई भेंटवार्ताएं होंगी।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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Source : IANS