मदर ऑफ ऑल इंडस्ट्रीज के रूप में मशहूर रहे रांची स्थित एचईसी (हेवी इंजीनियरिंग कॉरपोरेशन) के कर्मी 19 महीने के बकाया वेतन भुगतान की मांग को लेकर शुक्रवार को दूसरे दिन भी हड़ताल पर रहे। कर्मियों ने कंपनी के तीनों प्लांटों का सारा कामकाज ठप करा दिया है। हजारों कंपनी गेट पर धरना पर बैठे हैं।
गुरुवार को कर्मियों ने एचईसी की ओर जाने वाले रास्तों को ब्लॉक कर दिया था। गुरुवार को एचईसी गेस्ट हाउस में एचईसी प्रबंधन और यूनियन के बीच वार्ता हुई थी। इस वार्ता में एचईसी कर्मचारी यूनियन ने एक स्वर में मोड ऑफ पेमेंट की बात रखी। इस पर एचईसी प्रबंधन ने तीन दिन का समय मांगा है।
सोमवार को प्रबंधन साफ करेगा कि एचईसी कर्मियों को कब तक और कितने दिनों का वेतन मिलेगा। इस वार्ता में प्रबंधन की तरफ से पर्सनल डायरेक्टर प्रशांत और प्रोडक्शन डायरेक्टर दीपक दुबे उपस्थित थे। वहीं, यूनियन की ओर से भवन सिंह, लालदेव सिंह, रामकुमार नायक, कृष्ण मोहन सिंह, राणा संग्राम सिंह, दिलीप सिंह, प्रकाश कुमार, हरेंद्र प्रसाद यादव, एमपी रामचंद्रन, त्रिपाठी जी, विमल महली, संजय लाला, शेखर कुमार और अन्य लोग मौजूद थे।
बता दें कि करीब 22 हजार कर्मचारियों के साथ 1963 में शुरू हुई इस कंपनी में अब सिर्फ 3400 कर्मचारी-अधिकारी हैं। इनके पास भी अब रोज प्लांटों में हाजिरी दर्ज करने के सिवा कोई काम नहीं बचा है।
कर्मी अमूमन हर हफ्ते अपने बकाया वेतन के भुगतान की मांग को लेकर प्लांट के समक्ष नारेबाजी-प्रदर्शन करते हैं, लेकिन उनकी बात सुनने वाला यहां कोई नहीं है। अब उन्होंने दो दिनों से कामकाज पूरी तरह ठप करा दिया है।
कंपनी में पिछले दो साल से भी ज्यादा वक्त से पूर्णकालिक सीएमडी तक नहीं हैं। भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) के चेयरमैन एंड मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ. नलिन सिंघल यहां के प्रभारी सीएमडी हैं, जो दो-तीन महीने में कभी-कभार ही यहां आते हैं।
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Source : IANS