राजस्थान की अजमेर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने दो साइबर ठगों को पकड़ा है। इनके पास से 19 लाख रुपए कैश और 12 मोबाइल फोन बरामद हुए हैं।
अजमेर पुलिस को 15 जुलाई को दो साइबर ठगों को पकड़ने में सफलता मिली है। ये मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड करवाने, क्रिप्टो करेंसी में पैसे बढ़ाने के नाम पर लोगों को ठगते थे।
गिरफ्तार हुए दोनों ठग शेयर मार्केट में बड़े मुनाफे का झांसा देकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस ने आरोपियों से 19 लाख 46 हजार 800 रुपए नगदी, 14 मोबाइल, 8 सिम, 4 एटीएम डेबिट कार्ड और अन्य व्यक्तियों की पासबुक बरामद की है। साथ ही पुलिस ने मामले में 8 लाख 75 हजार 500 रुपए बैंक अकाउंट में फ्रीज करवाए हैं।
साइबर थाना पुलिस ने मामले में 28 अन्य आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है। गिरफ्तार दोनों आरोपियों को पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ में जुटी है। सोमवार को मामले का खुलासा करते हुए अजमेर एसपी देवेंद्र कुमार बिश्नोई ने बताया कि आरोपियोें ने पीड़ितों को सोशल मीडिया पर कांटेक्ट कर शेयर मार्केट में बड़ा मुनाफा देने का झांसा दिए और मोतीलाल ओसवाल पीएमएस का फर्जी ऐप डाउनलोड करवाए। बाद में ऐप के जरिए टुकड़ों में करीब एक करोड़ 24 लाख रुपए की ठगी की। पीड़ितों ने इसकी रिपोर्ट साइबर थाने में की।
इस मामले में मुकदमा दर्ज करके सब इंस्पेक्टर मनीष चारण के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। एसपी देवेंद्र कुमार बिश्नोई ने बताया कि टीम ने संबंधित बैंकों के नोडल अधिकारी और अन्य कर्मचारियों के मदद से आरोपियों की पहचान की। इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुचेरा जिला नागौर निवासी हरीश शर्मा (20) पुत्र संजय शर्मा व डेगाना जिला नागौर निवासी रघुनाथ पुत्र रामदेव चौधरी को गिरफ्तार किया।
एसपी बिश्नोई ने बताया कि आरोपी हरीश शर्मा के कब्जे से 16 लाख 56 हजार 800 रुपए नगदी, दो मोबाइल और रघुनाथ के कब्जे से 12 मोबाइल, 4 पीएनबी बैंक की अन्य व्यक्तियों की पासबुक, 4 एटीएम डेबिट कार्ड, 8 मोबाइल सिम व 2 लाख 90 हजार नगदी जब्त की गई। वहीं पुलिस ने मामले में 28 अन्य आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज किया है।
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Source : IANS