चाइना मीडिया ग्रुप ने अज़रबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम हेदर ओग्लू अलीयेव के साथ हाल ही में एक विशेष साक्षात्कार किया।
अज़रबैजान मध्य एशिया में चीन का एक महत्वपूर्ण सहयोगी भागीदार है। वर्ष 1992 में दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के बाद से दोनों देशों के बीच सहयोग लगातार गहरा और अधिक ठोस हुआ है।
आज, चीन अज़रबैजान का चौथा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार और आयात का तीसरा सबसे बड़ा स्रोत बन गया है। हाल के वर्षों में, बेल्ट एंड रोड पहल में दोनों देशों के बीच सहयोग की निरंतर गहराई से चीन-अज़रबैजान सहयोग ने एक नए युग की शुरुआत की है।
विशेष साक्षात्कार में अलीयेव ने कहा कि अज़रबैजान और चीन के बीच संबंध बहुत अच्छे हैं और वे रणनीतिक सहयोग को मजबूत करने के लिए तत्पर हैं।
बुनियादी वैश्विक मुद्दों के संबंध में, दोनों देश प्रभुसत्ता, स्वतंत्रता, प्रादेशिक अखंडता और अन्य देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने जैसे मुद्दों पर अत्यधिक सुसंगत रुख अपनाते हैं।
वर्तमान में अज़रबैजान और चीन के बीच व्यापार की मात्रा बढ़ रही है, जो काफी संभावनाएं दिखा रही है। अज़रबैजान-चीन संबंध और बेहतर होंगे।
अलीयेव ने कहा कि हमारे अपने देश के विकास लक्ष्यों में से एक अजरबैजान को क्षेत्रीय कनेक्टिविटी का एक महत्वपूर्ण केंद्र बनाना है। अज़रबैजान बुनियादी ढांचे और नीति स्तरों पर कनेक्टिविटी हासिल करने के लिए चीन और उसके पड़ोसियों के साथ सक्रिय रूप से सहयोग कर रहा है।
बेल्ट एंड रोड पहल में सांस्कृतिक एकीकरण की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि व्यापार सांस्कृतिक आदान-प्रदान में चमक लाता है और मित्रता एवं आदान-प्रदान को बढ़ाता है।
अज़रबैजान साझेदार देशों के साथ अधिक कनेक्टिविटी परियोजनाएं बनाने की उम्मीद करता है। इससे अज़रबैजान की संस्कृति और समाज समृद्ध होगा।
थाईवान मुद्दे के बारे में बात करते हुए अलीयेव ने कहा कि अजरबैजान हमेशा चीन की प्रादेशिक अखंडता, एक-चीन सिद्धांत और चीन के एकीकरण का समर्थन करता रहेगा। यह रूख कभी नहीं बदलेगा। इसलिए, हम स्पष्ट रूप से एक-चीन सिद्धांत का पालन करते हैं, और मुझे उम्मीद है कि कुछ पश्चिमी सरकारें भी इस स्थिति का पालन करेंगी।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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Source : IANS