'मोना की मनोहर कहानियां' में मेरा किरदार लोगों को अपने हिसाब से चलाता है- सृष्टि रोडे

'मोना की मनोहर कहानियां' में मेरा किरदार लोगों को अपने हिसाब से चलाता है- सृष्टि रोडे

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IANS
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'मोना की मनोहर कहानियां' में मेरा किरदार लोगों को अपने हिसाब से चलाती है- सृष्टि रोडे  (credit PR)

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

मुंबई, 21 मई (आईएएनएस)। मनोरंजन की दुनिया में एक नई और दिलचस्प सीरीज आने वाली है, जिसका नाम है मोना की मनोहर कहानियां, यह एक साइकोलॉजिकल थ्रिलर सीरीज है। इस सीरीज में सृष्टि रोडे और अंकुर नय्यर मुख्य भूमिकाओं में नजर आएंगे। दोनों कलाकार अपने-अपने किरदारों को लेकर काफी उत्साहित हैं। उनका कहना है कि इसकी कहानी दर्शकों को सोचने पर मजबूर कर देगी। यह सीरीज 22 मई से शुरू होने वाली है।

इस सीरीज से सृष्टि रोडे ओटीटी की दुनिया में अपना डेब्यू कर रही हैं। उन्होंने कहा, मोना का किरदार निभाना मेरे लिए एक बड़ी चुनौती थी, लेकिन बहुत अच्छा अनुभव भी रहा। मेरा किरदार काफी आकर्षक है। वह खुद को दिखाने की कोशिश नहीं करती। वह राज छुपाती है, लेकिन किसी को पता नहीं चलता। वह बेहद चालाकी से लोगों को अपने हिसाब से चलाती है, उसे देख लोग भी हैरान रह जाते हैं।

सृष्टि ने कहा कि उन्हें हमेशा से ऐसे मजबूत और थोड़े रहस्यमय महिला के किरदार काफी पसंद हैं, जैसे- फिल्म हसीन दिलरुबा में तापसी पन्नू का किरदार, 7 खून माफ में प्रियंका चोपड़ा का किरदार। ऐसे किरदार जिसमें गहराई और कई परतें हो।

एक्ट्रेस ने कहा, मोना का किरदार निभाना उनके लिए अब तक की सबसे मजेदार और चुनौतीपूर्ण वाली भूमिका रही है। मोना की मनोहर कहानियां की कहानी में बहुत सारे रहस्य और चौंकाने वाले मोड़ हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि मोना की ये मनोहर और रहस्यमयी कहानियां दर्शकों को आखिर तक बांधे रखेंगी और सबको बहुत पसंद आएंगी।

साइकोलॉजिकल थ्रिलर सीरीज मोना की मनोहर कहानियां की कहानी कुछ भयानक हत्याओं से शुरू होती है। इसके बाद एक जांच की ओर बढ़ती है, जो बिल्कुल भी आसान नहीं होती। इसमें इंस्पेक्टर पवन, जिसका किरदार अंकुर नय्यर निभा रहे हैं, मोना से पूछताछ शुरू करते हैं। मोना को इन हत्याओं में मुख्य आरोपी माना जाता है। शुरुआत में यह मामला आम लगता है, लेकिन धीरे-धीरे कहानी बहुत ही रहस्यमयी और रोमांचक हो जाती है।

अंकुर नय्यर ने बताया कि उनके किरदार इंस्पेक्टर पवन को लगता है कि वो पूछताछ को पूरी तरह कंट्रोल में रखे हुए है। लेकिन मोना धीरे-धीरे चालाकी से हालात को अपने हिसाब से बदल देती है। पवन और मोना के बीच जो टक्कर है, वो ज्यादा दिमागी खेल है, न कि शारीरिक का। सबसे खास बात ये है कि कहानी में हर पल कुछ नया होता है। यह आपको आखिर तक उलझाए रखती है, जिससे आप नहीं जान पाते कि आगे क्या होगा।

अंकुर ने कहा, सृष्टि ने मोना के किरदार को इतना रहस्यमयी बना दिया कि हर सीन एक दिमागी लड़ाई जैसा लगने लगा। ये सिर्फ चोर-पुलिस जैसा खेल नहीं है। ये एक ऐसी कहानी है जो धीरे-धीरे आगे बढ़ती है, और जहां असली और नकली के बीच फर्क करना मुश्किल हो जाता है।

मोना की मनोहर कहानियां 22 मई से हंगामा ओटीटी पर स्ट्रीम होगी।

--आईएएनएस

पीके/केआर

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