विश्व टेलीविजन दिवस 2025: भारत का टीवी नेटवर्क देश भर के 23 करोड़ घरों में 90 करोड़ दर्शकों को जोड़ रहा

विश्व टेलीविजन दिवस 2025: भारत का टीवी नेटवर्क देश भर के 23 करोड़ घरों में 90 करोड़ दर्शकों को जोड़ रहा

विश्व टेलीविजन दिवस 2025: भारत का टीवी नेटवर्क देश भर के 23 करोड़ घरों में 90 करोड़ दर्शकों को जोड़ रहा

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IANS
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World Television Day: India’s TV viewership soars to 900 million

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 21 नवंबर (आईएएनएस)। केंद्र सरकार ने शुक्रवार को विश्व टेलीविजन दिवस के अवसर पर जानकारी देते हुए बताया कि भारत का टेलीविजन नेटवर्क देश भर के 23 करोड़ घरों में 90 करोड़ दर्शकों को कनेक्ट करता है।

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हर वर्ष 21 नवंबर को विश्व स्तर पर मनाए जाने वाले विश्व टेलीविजन दिवस की घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 1996 में पारित एक प्रस्ताव के जरिए की गई थी। यह दिन संचार और वैश्विक समझ को बढ़ावा देते हुए टेलीविजन को जनमत को सूचना देने, शिक्षित करने और प्रभावति करने के एक महत्वपूर्ण माध्यम को रूप में मान्यता देता है।

यह दिवस सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय और मंत्रालय के पब्लिक ब्रॉडकास्टिंग नेटवर्क, प्रसार भारती के तत्वावधान में मनाया जाता है। वहीं, दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो की ओर से एक्टिविटी और आउटरीच प्रोग्राम टेलीविजन की पब्लिक सर्विस कम्युनिकेशन, विकास संदेशों के प्रसार और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करते हैं।

केंद्र के अनुसार, भारत के मीडिया एंड एंटरटेनमेंट सेक्टर ने बीते वर्ष 2024 में देश की अर्थव्यवस्था में 2.5 ट्रिलियन रुपए का योगदान दर्ज करवाया, जिसके 2027 तक 3 ट्रिलियन रुपए से अधिक होने का अनुमान है। अकेले टेलीविजन एंड ब्रॉडकास्टिंग सेक्टर ने 2024 में 680 अरब रुपए जेनेरेट किए हैं। इस सेक्टर की वृद्धि डिजिटल विस्तार, 4के ब्रॉडकास्टिंग, स्मार्ट टीवी, 5जी, और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की ओर से 60 करोड़ यूजर्स को सेवा प्रदान करने के साथ देखी जा रही है।

भारत में टेलीविजन प्रसारण एक्सपेरिमेंटल बेसिस पर 15 सितंबर 1959 को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अधीन ऑल इंडिया रेडियो की ओर से शुरूर किया गया था। वहीं, 1982 में नई दिल्ली में एशियाई खेलों के साथ ही रंगीन टेलीविजन का आगमन भारत के प्रसारण इतिहास में एक महत्वपूर्ण पड़ाव था और 1990 के दशक की शुरुआत में आर्थिक उदारीकरण के साथ भारत का टेलीविजन परिदृश्य प्राइवेट सैटेलाइट ब्रॉडकास्टर्स के लिए खुल गया था।

भारत में टेलीविजन व्यापक रूप से उपलब्ध माध्यम बना हुआ है, जहां सैटेलाइट और प्रसारण चैनलों की अच्छी पहुंच बनी हुई है।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 31 मार्च 2025 तक सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भारत में 918 प्राइवेट सैटेलाइट टीवी चैनल को अनुमति दी थी। इनमें से देश में डाउनलिंकिंग के लिए 908 चैनल उपलब्ध थे और 333 पे टीवी चैनल थे।

1959 में अपनी शुरुआत से लेकर 90 करोड़ से अधिक दर्शकों को जोड़ने तक टेलीविजन भारत की प्रगति का दर्पण और संदेशवाहक दोनों बना हुआ है। यह जागरूकता और समावेशिता को बढ़ावा दे रहा है, जिससे राष्ट्रीय संचार की आधारशिला के रूप में इसकी स्थायी भूमिका मजबूत बनी हुई है।

--आईएएनएस

एसकेटी/

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

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