New Update
/newsnation/media/post_attachments/thumbnails/202505223409361.jpg)
(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)
हेलसिंकी, 22 मई (आईएएनएस)। फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब ने राष्ट्रीय चैनल येल को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत अगले हफ्ते वेटिकन में हो सकती है।
स्टब ने बुधवार शाम कहा कि इस बातचीत में शायद अमेरिका और यूरोप के कुछ देश भी शामिल होंगे। उन्होंने इस संभावित बैठक को यूक्रेन में चल रहे युद्ध को खत्म करने की कोशिशों की ओर एक अच्छा और सकारात्मक कदम बताया।
उन्होंने कहा, यह संभव है कि अगले हफ्ते वेटिकन में यूक्रेन, रूस, अमेरिका और यूरोप के लोगों की एक बैठक हो।
उन्होंने कहा कि शांति लाने की कोशिशों में यूरोपीय देशों की भूमिका बढ़ती जा रही है।
स्टब ने कहा, हम अब ऐसे दौर में जा रहे हैं जहां यूरोप भी इसमें शामिल हो रहा है – और यही हम शुरुआत से चाहते थे।
सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्टब और कुछ दूसरे यूरोपीय नेताओं से फोन पर बात की।
नए पोप लियो XIV ने बुधवार को कहा कि वेटिकन यूक्रेन में शांति लाने की कोशिशों में मदद करने को तैयार है, जिसमें बातचीत की मेजबानी करना भी शामिल है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस कोशिश का स्वागत किया।
रूस और यूक्रेन के बीच बातचीत 16 मई को इस्तांबुल में हुई थी।
19 मई को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने ट्रंप से फोन पर दो घंटे से ज्यादा बात की। इस दौरान दोनों नेताओं ने यूक्रेन में चल रहे युद्ध को खत्म करने के तरीकों पर चर्चा की।
इस कॉल के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और कुछ यूरोपीय नेताओं से बात की और उन्हें पुतिन के साथ अपनी बातचीत के बारे में जानकारी दी।
स्टब ने कहा कि अमेरिका ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के युद्ध को सुलझाने में अपनी मध्यस्थ की भूमिका नहीं छोड़ी है।
उन्होंने कहा, अब और भी लोग मध्यस्थ बन गए हैं।
पहले केवल अमेरिका ही यह काम करता था, अब यूरोप भी इसमें शामिल हो गया है।
21 मई को पोप लियो XIV ने कहा था कि वह इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी से बातचीत के बाद वेटिकन में यूक्रेन-रूस वार्ता के अगले दौर की मेजबानी करने को तैयार हैं।
16 मई को पोप लियो XIV ने यह सुझाव दिया था कि यूक्रेन और रूस वेटिकन में शांति वार्ता करें, क्योंकि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की से मिलने के लिए इस्तांबुल जाने से मना कर दिया था।
उसी दिन, यूक्रेनी और रूसी प्रतिनिधि तीन साल से ज्यादा समय के बाद तुर्की की मध्यस्थता में वार्ता के लिए मिले।
यूक्रेन के रक्षा मंत्री और उनके प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख रुस्तम उमरोव ने कहा कि मुख्य मुद्दे 30 दिन का युद्ध विराम और युद्धबंदियों की अदला-बदली थे।
तुर्की के विदेश मंत्री ने बाद में कहा कि प्रतिनिधि एक नई बैठक पर सहमत हुए हैं और युद्धविराम की शर्तों का लिखित रूप में आदान-प्रदान किया जाएगा।
कई मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वार्ता के दौरान रूस ने यूक्रेनी सेना को लुहांस्क, डोनेट्स्क, खेरसॉन और जापोरिज्ज्या क्षेत्रों से वापस बुलाने की मांग की। मॉस्को के प्रतिनिधिमंडल ने खार्किव और सुमी क्षेत्रों पर कब्जा करने की धमकी दी और कहा कि रूस हमेशा लड़ाई के लिए तैयार है।
ट्रंप ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ पहले हुई बातचीत के बारे में जानकारी दी और समूह चर्चा में चल रही वार्ता, संभावित युद्धविराम और यूक्रेन में स्थायी शांति लाने के लिए उठाए जाने वाले कदमों के बारे में भी बताया।
--आईएएनएस
एसएचके/केआर
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.