मुंबई, 6 जुलाई (आईएएनएस)। अभिनेत्री-मॉडल उर्फी जावेद ने हाल ही में रियलिटी शो द ट्रेटर्स को लेकर अनुभव साझा किए और इसे बिग बॉस से ज्यादा स्मार्ट बताया। उर्फी का मानना है कि सलमान खान के बिग बॉस में जहां ड्रामा ज्यादा होता है, वहीं द ट्रेटर्स में दिमाग और रणनीति का उपयोग करना पड़ता है, जो इस शो को लेकर एक अलग अनुभव देता है।
समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत में उर्फी ने बताया, मैंने खुद को बिग बॉस में ज्यादा नहीं देखा, क्योंकि मैं एक हफ्ते में बाहर हो गई थी। बिग बॉस बहुत अलग है, लेकिन द ट्रेटर्स एक अनोखा गेम है। इसमें दिमाग लगाना पड़ता है। चार अलग-अलग व्यक्तित्वों के बीच झगड़े तो होते हैं, लेकिन मैंने खुद को नियंत्रित किया। इस शो का मकसद जीतना है, न कि लड़ना। द ट्रेटर्स प्राइम पर प्योर क्लास है।
उर्फी ने बताया कि उन्होंने शो में सकारात्मक तरीके से हेरफेर किया। वह खुद को मासूम दिखाने में कामयाब रहीं, जो उनकी रणनीति थी। बिग बॉस ओटीटी 1 से चर्चा में आईं उर्फी ने कहा कि उनकी छवि ने द ट्रेटर्स में उनके प्रति वहां मौजूद लोगों के नजरिए को प्रभावित नहीं किया।
उन्होंने बताया, लोगों ने मुझ पर भरोसा किया। वे मुझे प्रभावशाली मानते थे और मेरे सुझावों पर अमल करते थे। मेरी छवि के बावजूद किसी ने मुझे गलत नहीं समझा।
करण जौहर के होस्ट किए गए द ट्रेटर्स के पहले सीजन के रोमांचक फिनाले में उर्फी और उनकी सह-प्रतियोगी निकिता लूथर ने अन्य प्रतियोगियों को पछाड़कर जीत हासिल की। दोनों ने मिलकर सह-प्रतियोगी सुधांशु पांडे और दो ट्रेटर्स हर्ष गुजराल और पूरब झा को मात दी। विजेता जोड़ी के रूप में उर्फी और निकिता ने 70 लाख रुपए की पुरस्कार राशि साझा की।
‘द ट्रेटर्स’ में उर्फी जावेद के साथ अंशुला कपूर, महीप कपूर, करण कुंद्रा, राज कुंद्रा, जैस्मिन भसीन, आशीष विद्यार्थी, लक्ष्मी मांचू, रफ्तार, साहिल सलाठिया जैसे कई सितारों ने भाग लिया था।
--आईएएनएस
एमटी/केआर
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.