टाटा मोटर्स ने छह साल बाद दक्षिण अफ्रीका के यात्री कार बाजार में फिर से कदम रखा

टाटा मोटर्स ने छह साल बाद दक्षिण अफ्रीका के यात्री कार बाजार में फिर से कदम रखा

टाटा मोटर्स ने छह साल बाद दक्षिण अफ्रीका के यात्री कार बाजार में फिर से कदम रखा

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IANS
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Tata Motors re-enters South Africa's passenger car market after six years

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 20 अगस्त (आईएएनएस)। भारतीय ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर टाटा मोटर्स ने बुधवार को घोषणा की कि उसने छह साल बाद दक्षिण अफ्रीका के यात्री वाहन बाजार में फिर से प्रवेश किया है। कंपनी ने तीन एसयूवी और एक एंट्री-लेवल की कॉम्पैक्ट हैचबैक लॉन्च की है।

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टाटा मोटर्स ने दक्षिण अफ्रीकी बाजार में पंच (कॉम्पैक्ट एसयूवी), कर्व (कूप इंस्पायर्ड एसयूवी), टियागो (हैचबैक) और हैरियर (प्रीमियम एसयूवी) जैसे मॉडल लॉन्च किए हैं। ये सभी मॉडल पारंपरिक ईंधन (पेट्रोल-डीजल) पर आधारित हैं और सितंबर से बिक्री के लिए उपलब्ध होंगे।

टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल लिमिटेड और टाटा पैसेंजर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक शैलेश चंद्रा ने कहा, दक्षिण अफ्रीका में हमारी वापसी टाटा मोटर्स की वैश्विक यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। हम अपनी नई पीढ़ी के वाहनों को अत्याधुनिक तकनीक, बेजोड़ सुरक्षा और आधुनिक डिजाइन के साथ एक ऐसे बाजार में लाने के लिए उत्साहित हैं जो सुरक्षा, गुणवत्ता और इनोवेशन को महत्व देता है। मोटस को अपना पसंदीदा साझेदार बनाकर, हमें ग्राहकों एक बेहतरीन ओनरशिप एक्सपीरियंस प्रदान करने का विश्वास है जो दक्षिण अफ्रीका की स्थानीय अर्थव्यवस्था में भी सार्थक योगदान देगा।

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, कंपनी 40 डीलरशिप के माध्यम से काम करेगी, जिसे 2026 तक 60 तक विस्तारित करने की योजना है। टाटा के पैसेंजर कार डिवीजन ने दक्षिण अफ्रीका में मोटस होल्डिंग्स को अपना एक्सक्लूसिव डिस्ट्रीब्यूटर नियुक्त किया है।

दक्षिण अफ्रीकी बाजारों में टाटा मोटर्स की टक्कर वर्तमान में हावी चीनी ब्रांडों से होने की उम्मीद है। बजट-अनुकूल कारों की बढ़ती मांग वैश्विक वाहन निर्माताओं को ग्राहकों को अधिक विकल्प प्रदान करने के लिए प्रेरित कर रही है और विदेशों को भी भारत और चीन से कम लागत वाले आयात पर निर्भर रहने के लिए प्रेरित कर रही है।

दक्षिण अफ्रीका में टाटा मोटर्स को चेरी ग्रुप, बीवाईडी, बीजिंग ऑटोमोटिव और जीडब्ल्यूएम जैसी चीनी वाहन निर्माताओं से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है, जिन्होंने हाल के वर्षों में विभिन्न पावरट्रेन के साथ प्रतिस्पर्धी कीमतों पर वाहन पेश किए हैं।

भारतीय कार निर्माता ने 2019 में इंडिका हैचबैक जैसे ब्रांड बेचने के बाद दक्षिण अफ्रीका के यात्री वाहन बाजार को छोड़ दिया था। इंडिका हैचबैक किफायती तो थी, लेकिन इसे उपभोक्ताओं से मिली-जुली प्रतिक्रिया मिली थी। हालांकि, कंपनी ने दक्षिण अफ्रीका में अपने वाणिज्यिक वाहन परिचालन को बरकरार रखा।

--आईएएनएस

एबीएस/

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

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