दक्षिण कोरिया: स्पेशल काउंसिल टीम ने पूर्व फर्स्ट लेडी पर लगाया राष्ट्रपति कार्यालय में दखलअंदाजी का आरोप

दक्षिण कोरिया: स्पेशल काउंसिल टीम ने पूर्व फर्स्ट लेडी पर लगाया राष्ट्रपति कार्यालय में दखलअंदाजी का आरोप

दक्षिण कोरिया: स्पेशल काउंसिल टीम ने पूर्व फर्स्ट लेडी पर लगाया राष्ट्रपति कार्यालय में दखलअंदाजी का आरोप

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IANS
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South Korea: Special counsel team cites circumstances of ex-first lady Kim's alleged involvement in personnel favours

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

सोल, 2 नवंबर (आईएएनएस)। एक स्पेशल काउंसिल टीम ने कुछ हालातों का जिक्र कर दावा किया है कि ये बताते हैं कि पूर्व राष्ट्रपति यून सुक येओल की पत्नी किम केओन राष्ट्रपति कार्यालय में दखलअंदाजी करती थीं और कुछ नियुक्तियों को भी प्रभावित करती थीं।

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बुधवार को, स्पेशल काउंसल मिन जूंग-की की टीम ने सबूत पेश किए कि किम के रिश्वत मामले में शामिल एक तांत्रिक ने 2022 के राष्ट्रपति चुनावों के तुरंत बाद किम के जरिए राष्ट्रपति कार्यालय में आठ लोगों को पदों पर नियुक्त करने का अनुरोध किया था।

योनहाप न्यूज एजेंसी ने बताया कि उनमें से दो लोगों के बाद में राष्ट्रपति कार्यालय में काम करने की पुष्टि हुई, जबकि एक को उसी साल सितंबर में कॉन्सल जनरल नियुक्त किया गया था।

जांचकर्ताओं को शक है कि किम को उन आठ लोगों की लिस्ट मिली थी और उन्होंने नियुक्ति प्रक्रिया में अपना प्रभाव डाला होगा।

अगस्त में, मिन की टीम ने किम को कैपिटल मार्केट एक्ट, पॉलिटिकल फंड्स एक्ट और मध्यस्थता के लिए रिश्वत लेने से जुड़े कानून का उल्लंघन करने के आरोप में हिरासत में ले लिया और मुकदमा चलाया, जिससे वह हिरासत में ट्रायल का सामना करने वाली किसी भी पूर्व राष्ट्रपति की पहली पत्नी बन गईं।

खास तौर पर, उन पर 2010 और 2012 के बीच कंपनी के स्टॉक की कीमत में हेरफेर करने और 810 मिलियन वॉन (582,000 डॉलर) का अवैध मुनाफा कमाने के लिए साउथ कोरिया में बीएमडब्ल्यू डीलर ड्यूश मोटर्स के एक पूर्व प्रमुख, साथ ही एक करीबी सहयोगी के साथ साजिश रचने का आरोप लगाया गया था।

उन पर 2022 में राष्ट्रपति चुनाव से पहले अपने पति के साथ एक स्व-घोषित पावर ब्रोकर से 270 मिलियन वॉन के मुफ्त ओपिनियन पोल लेने का भी आरोप लगाया गया था, जिसके बदले में उसी साल बाद में संसदीय उपचुनाव के लिए पूर्व पीपल्स पावर पार्टी के प्रतिनिधि किम यंग-सन का नॉमिनेशन पक्का किया गया था।

इसके अलावा, उन पर 2022 में बिजनेस फेवर के बदले में एक तांत्रिक के जरिए यूनिफिकेशन चर्च से 80 मिलियन वॉन के लग्जरी गिफ्ट लेने का भी शक था।

उन पर आरोप लगने से पहले, सियोही कंस्ट्रक्शन के अधिकारियों ने एक वैन क्लीफ एंड अर्पेल्स का हार जमा किया और मार्च 2022 में यून के चुने जाने के तुरंत बाद कंपनी चेयरमैन के दामाद के लिए सरकारी पद मांगा। उन्होंने इसके बदले किम को वो तोहफा दिए जाने की बात कबूल की।

दामाद, जो एक पूर्व सरकारी वकील था, को तीन महीने बाद तत्कालीन प्रधान मंत्री हान डक-सू का चीफ ऑफ स्टाफ नियुक्त किया गया था।

बढ़ते सबूतों के बावजूद, कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि उन्हें दोषी ठहराना मुश्किल हो सकता है, यह देखते हुए कि उन्होंने कोई सार्वजनिक पद नहीं संभाला था और उनके पास नियुक्ति का कोई अधिकार नहीं था।

कानून के तहत, रिश्वत के आरोप आमतौर पर उन लोगों पर लागू होते हैं जो सार्वजनिक पद पर होते हैं और रिश्वत के बदले में कोई फायदा पहुंचाते हैं। पिछले साल अक्टूबर में, अभियोक्ताओं ने किम के खिलाफ 2022 में एक कोरियन अमेरिकन पादरी से एक लग्जरी हैंडबैग लेने के आरोप हटा दिए थे। उन्होंने देश के भ्रष्टाचार विरोधी कानून का हवाला दिया, जिसमें सरकारी अधिकारियों के जीवनसाथी को सजा देने का कोई प्रावधान नहीं है।

--आईएएनएस

केआर/

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

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