दक्षिण कोरिया: अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति यून पर चल रहे मुकदमे के प्रसारण की अनुमति दी

दक्षिण कोरिया: अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति यून पर चल रहे मुकदमे के प्रसारण की अनुमति दी

दक्षिण कोरिया: अदालत ने पूर्व राष्ट्रपति यून पर चल रहे मुकदमे के प्रसारण की अनुमति दी

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IANS
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South Korea: Court allows broadcast of ex-President Yoon's insurrection trial

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

सोल, 1 अक्टूबर (आईएएनएस)। सोल की एक अदालत ने बुधवार को पूर्व राष्ट्रपति यून सूक येओल पर चल रहे विद्रोह के मुकदमे का प्रसारण करने के लिए विशेष वकील टीम के अनुरोध को स्वीकार कर लिया।

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योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सोल सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने कहा है कि वह गुरुवार की सुनवाई के प्रसारण की अनुमति देगा, जो केस की ओपनिंग से लेकर गवाहों से पूछताछ शुरू होने तक जारी रहेगी।

यह दूसरी बार होगा जब यून की सुनवाई का प्रसारण किया जाएगा। पिछले हफ्ते, आधिकारिक कर्तव्यों के निर्वहन में बाधा डालने के आरोप में उनके मुकदमे का प्रसारण किया गया था।

गुरुवार की सुनवाई उन पर विद्रोह का नेतृत्व करने और दिसंबर में मार्शल लॉ लागू करने में विफल रहने के जरिए अपनी शक्ति का दुरुपयोग करने के आरोपों पर होगी।

गवाहों से पूछताछ को प्रसारण से बाहर रखने का कारण संभवतः राष्ट्रीय सुरक्षा का विचार है, क्योंकि गवाहों में सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं।

यून 10 जुलाई को अपनी दूसरी गिरफ्तारी के बाद से हिरासत में हैं।

मंगलवार को, दक्षिण कोरिया के पूर्व राष्ट्रपति यून सुक येओल दिसंबर में अपने ऊपर लगे अल्पकालिक मार्शल लॉ से संबंधित आरोपों पर फिर से पूछताछ के लिए विशेष वकील दल के सामने पेश नहीं हुए।

विशेष वकील चो यून-सुक की टीम ने पिछले हफ्ते यून को विदेशी आक्रमण भड़काने की कोशिश के आरोपों पर पूछताछ के लिए तलब किया था, क्योंकि उन्होंने पिछले हफ्ते उनके पिछले समन को ठुकरा दिया था।

सहायक विशेष वकील पार्क जी-यंग के अनुसार, यून ने टीम के नवीनतम समन का कोई जवाब नहीं दिया और अपनी अनुपस्थिति के बारे में कोई भी दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किया।

उन्होंने कहा, किसी भी सामान्य संदिग्ध की तरह, जो विशेष वकील के समन को अस्वीकार करता है, (हम) आपराधिक प्रक्रिया अधिनियम के अनुसार (आगे के कदम) उठाएंगे।

उनकी टिप्पणियों से संकेत मिलता है कि विशेष अभियोजक उन्हें पूछताछ के लिए जबरन लाने पर विचार कर सकते हैं।

उम्मीद है कि टीम पूर्व राष्ट्रपति से उत्तर कोरिया में ड्रोन भेजे जाने वाले आदेश को लेकर सवाल कर सकती है।

--आईएएनएस

केआर/

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

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