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मणिकम टैगोर ने तमिलनाडु के राज्यपाल के बयान की आलोचना की; कहा, आरएन रवि संविधान के खिलाफ बोल रहे

मणिकम टैगोर ने तमिलनाडु के राज्यपाल के बयान की आलोचना की; कहा, आरएन रवि संविधान के खिलाफ बोल रहे

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IANS
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(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

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चेन्नई, 23 सितंबर (आईएएनएस)। तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने रविवार को कथित तौर पर कहा था कि भारत में धर्मनिरपेक्षता की कोई आवश्यकता नहीं है। उनके इस बयान पर सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विरुधुनगर लोकसभा क्षेत्र से सांसद मणिकम टैगोर ने आलोचना की है।

तमिलनाडु के राज्यपाल ने रविवार को कन्याकुमारी में एक समारोह में कहा था, इस देश के लोगों के साथ बहुत धोखाधड़ी हुई है और उनमें से एक यह है कि उन्होंने धर्मनिरपेक्षता की गलत व्याख्या करने की कोशिश की है।

राज्यपाल ने कहा था, धर्मनिरपेक्षता का क्या मतलब है? धर्मनिरपेक्षता एक यूरोपीय अवधारणा (कॉन्सेप्ट) है। यह भारतीय अवधारणा नहीं है। यूरोप में, धर्मनिरपेक्षता इसलिए आई क्योंकि चर्च और राजा के बीच लड़ाई हुई थी... भारत धर्म से दूर कैसे हो सकता है? धर्मनिरपेक्षता एक यूरोपीय अवधारणा है और इसे वहीं रहने दें। भारत में, धर्मनिरपेक्षता की कोई आवश्यकता नहीं है।

उनके इस बयान को लेकर कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा, धर्मनिरपेक्षता पर तमिलनाडु के राज्यपाल का बयान अस्वीकार्य है। यह भारत के संविधान और महात्मा गांधी, बाबासाहेब अंबेडकर, पंडित जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल के भारत के विचार के भी खिलाफ है।

उन्होंने कहा, विदेशों में धर्मनिरपेक्षता का विचार भले ही अलग हो, लेकिन भारत में हम सभी अन्य धर्मों का सम्मान करते हैं, हम सभी अन्य परंपराओं का सम्मान करते हैं। हम सभी अन्य प्रथाओं का सम्मान करते हैं और यही भारत में धर्मनिरपेक्षता का विचार है।

भाजपा और अन्य संबद्ध संगठन भारत में धर्मनिरपेक्षता के इस विचार के खिलाफ हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा अन्य धर्मों और परंपराओं का अपमान करना चाहती है। भारत की परंपरा ऐसी नहीं है।

उन्होंने कहा, हम विविधता का जश्न मनाना चाहते हैं, हम अन्य धार्मिक मान्यताओं का जश्न मनाते हैं, हम अन्य परंपराओं, अन्य भाषाओं और अन्य प्रथाओं का जश्न मनाते हैं और यही भारत की धर्मनिरपेक्षता की अवधारणा है।

मणिकम टैगोर ने आगे कहा कि तमिलनाडु के राज्यपाल रवि संविधान के खिलाफ बोल रहे हैं। भाजपा और आरएसएस भारत के संविधान को बदलने के पक्ष में हैं, जो बाबा साहेब अंबेडकर की सोच पर आधारित है। कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ऐसा कभी नहीं होने देगी। उन्होंने यह भी कहा कि राज्यपाल रवि ने अपनी सीमाएं लांघ दी हैं।

--आईएएनएस

एफजेड/

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

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