चाइना ओपन : सात्विक-चिराग सेमीफाइनल में पहुंचे, उन्नति हुड्डा का सफर खत्म

चाइना ओपन : सात्विक-चिराग सेमीफाइनल में पहुंचे, उन्नति हुड्डा का सफर खत्म

चाइना ओपन : सात्विक-चिराग सेमीफाइनल में पहुंचे, उन्नति हुड्डा का सफर खत्म

author-image
IANS
New Update
China Open: Satwik-Chirag march into semis, Unnati Hooda’s dream run ends (Credit: BAI)

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

चांगझोउ, 25 जुलाई (आईएएनएस)। भारतीय बैडमिंटन सितारे सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी ने वैश्विक सर्किट पर अपनी शानदार फॉर्म जारी रखते हुए शुक्रवार को शानदार जीत के साथ चाइना ओपन के सेमीफाइनल में प्रवेश किया। युवा उन्नति हुड्डा का शानदार सफर महिला एकल क्वार्टर फाइनल में थम गया।

Advertisment

दुनिया की तीसरे नंबर की पुरुष युगल जोड़ी, सात्विक और चिराग ने मलेशिया के ओंग येव सिन और टियो ई यी को सीधे गेमों में हराकर केवल 40 मिनट में 21-18, 21-14 से जीत हासिल की। भारतीय जोड़ी ने पूरे मैच में अपने खास आक्रामक अंदाज और सहज खेल का प्रदर्शन किया। इस जीत के साथ, उन्होंने मलेशियाई जोड़ी के खिलाफ अपने रिकॉर्ड को 7-3 तक सुधार लिया।

पहले गेम में सात्विक-चिराग ने शुरुआती बढ़त हासिल की, लेकिन सिन और यी ने वापसी करते हुए अंतर कम कर दिया। भारतीयों ने अपना संयम बनाए रखा और 21-18 से गेम अपने नाम कर लिया। दूसरे गेम में, दोनों जोड़ियां 15-14 तक बराबरी पर रहीं, उसके बाद सात्विक और चिराग ने अपना रुख बदला और लगातार छह अंक जीतकर मुकाबला अपने नाम कर लिया। यह साल का उनका चौथा सेमीफाइनल है, और अब उनका सामना दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी आरोन चिया और मलेशिया की सोह वूई यिक से होगा, जो एक बेहद रोमांचक मुकाबला होने की उम्मीद है।

दूसरी ओर, 17 वर्षीय उन्नति हुड्डा का टूर्नामेंट में शानदार सफर जापान की दुनिया की चौथे नंबर की खिलाड़ी अकाने यामागुची के हाथों हारकर खत्म हुआ। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु को प्री-क्वार्टर फाइनल में हराने वाली उन्नति को महज 33 मिनट में 16-21, 12-21 से हार का सामना करना पड़ा।

अपने जोशीले प्रयास के बावजूद, उन्नति को यामागुची की अथक गति और सटीक शॉट-मेकिंग के सामने लय बनाए रखने में संघर्ष करना पड़ा। हालांकि उन्होंने शुरुआती गेम में मुकाबला कड़ा बनाए रखा, लेकिन यामागुची के लगातार जल्दी-जल्दी अंक बनाने से मुकाबला पलट गया। दूसरे गेम में भी यही स्थिति रही, जहां यामागुची का अनुभव युवा भारतीय के लिए बहुत ज्यादा साबित हुआ।

उन्नति के बाहर होने के साथ, टूर्नामेंट में भारत की एकल चुनौती समाप्त हो गई है। अब सभी की निगाहें सात्विक और चिराग पर हैं।

--आईएएनएस

पीएके/एएस

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

      
Advertisment