/newsnation/media/media_files/thumbnails/202512153607585-922141.jpg)
(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)
नई दिल्ली, 15 दिसंबर (आईएएनएस)। भारत में महंगाई दर वित्त वर्ष 26 की तीसरी तिमाही में एक सीमित दायरे में रहने की उम्मीद है और इस दौरान मुख्य महंगाई दर 0.4 प्रतिशत रह सकती है, जो कि आरबीआई के महंगाई के अनुमान 0.6 प्रतिशत से मामूली रूप से कम है। यह जानकारी बैंक ऑफ बड़ौदा की ओर से सोमवार को जारी की गई रिपोर्ट में दी गई।
बैंक की ओर से कहा गया कि खाद्य उत्पादों की कम होती कीमतें और स्थिर मुख्य महंगाई दर के कारण हाल ही में सब्जियों की कीमतों में हुई बढ़त के बाद भी ग्राहकों के लिए राहत बनी रहेगी।
रिपोर्ट में कहा गया कि खुदरा महंगाई दर आरबीआई के महंगाई के लक्ष्य के निचले स्तर से लगातार नीचे बनी हुई है।
नवंबर में खुदरा महंगाई दर मात्र 0.7 प्रतिशत रही है, जो कि पिछले साल नवंबर में दर्ज महंगाई के आंकड़े 5.5 प्रतिशत से काफी कम है।
रिपोर्ट में कहा गया कि महंगाई दर में गिरावट की वजह हाई बेस होना और खाद्य महंगाई दर का नवंबर में -3.9 प्रतिशत होना है।
बीते महीने सब्जियों की कीमतों में -22.20 प्रतिशत, दालों और उससे जुड़े उत्पादों की कीमतों में - 15.86 प्रतिशत और मसालों की कीमतों में -2.89 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि दस प्रमुख खाद्य पदार्थों में से पांच में मुद्रास्फीति दर अभी भी 4 प्रतिशत से कम है।
विशेष रूप से सब्जियों और अंडों में मौसमी कारकों के कारण खाद्य मुद्रास्फीति में कुछ क्रमिक वृद्धि देखी गई, लेकिन बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा कि यह कोई बड़ी चिंता की बात नहीं है।
रिपोर्ट में कहा गया कि दिसंबर की शुरुआत में टमाटर, प्याज और आलू की कीमतों में कुछ वृद्धि देखी गई है, जिसमें पहले 11 दिनों में टमाटर की कीमतों में वार्षिक आधार पर 5.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
हालांकि, संचयी आधार पर, इन प्रमुख सब्जियों की कीमतें अभी भी लगभग 25 प्रतिशत कम हैं, जिससे मुद्रास्फीति दर में और गिरावट आने की उम्मीद है।
--आईएएनएस
एबीएस/
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
/newsnation/media/agency_attachments/logo-webp.webp)
Follow Us