मुंबई, 8 जून (आईएएनएस) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा हाल ही में रेपो रेट में 50 आधार अंकों की कटौती करने के बाद पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी), बैंक ऑफ इंडिया और यूको बैंक सहित कई प्रमुख बैंकों ने लोन के लिए अपनी ब्याज दरों में कटौती की है।
पंजाब नेशनल बैंक, केंद्रीय बैंक द्वारा की गई कटौती का लाभ अपने ग्राहकों को सबसे पहले देने वाले बैंकों में से एक था, जिसने अपनी रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट को 8.85 प्रतिशत से घटाकर 8.35 प्रतिशत कर दिया।
हालांकि, बैंक ने अपनी बेस रेट और मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (एमसीएलआर) को अपरिवर्तित रखा है।
बैंक ऑफ इंडिया ने अपनी रेपो-आधारित लेंडिंग रेट को 8.85 प्रतिशत से घटाकर 8.35 प्रतिशत कर दिया।
यूको बैंक ने अलग रास्ता अपनाया और सभी लोन अवधियों के अपने एमसीएलआर में 10 आधार अंकों की कटौती की। 10 जून से प्रभावी होने वाले इन बदलावों से विभिन्न प्रकार के लोन जैसे होम और पर्सनल लोन थोड़े अधिक किफायती हो जाएंगे।
बैंक ने अपने ओवरनाइट एमसीएलआर को 8.25 प्रतिशत से घटाकर 8.15 प्रतिशत, एक महीने के एमसीएलआर को 8.45 प्रतिशत से घटाकर 8.35 प्रतिशत और तीन महीने के एमसीएलआर को 8.6 प्रतिशत से घटाकर 8.5 प्रतिशत कर दिया है।
यूको बैंक ने छह महीने और एक साल के एमसीएलआर को घटाकर क्रमशः 8.8 प्रतिशत और 9 प्रतिशत कर दिया गया।
बैंक ऑफ बड़ौदा ने भी चुनिंदा लोन अवधियों के लिए अपनी रेपो-लिंक्ड उधार दरों में 50 आधार अंकों की कटौती की घोषणा की।
भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने शुक्रवार को अर्थव्यवस्था में वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए रेपो रेट में 50 आधार अंकों की बड़ी कटौती कर इसे 6 प्रतिशत से 5.5 प्रतिशत करने की घोषणा की थी।
इसके साथ आरबीआई गवर्नर ने सीआरआर में 100 आधार अंकों की कटौती की भी ऐलान किया, जो 6 सितंबर, 4 अक्टूबर, 1 नवंबर और 29 नवंबर से 25 आधार अंकों की चार बराबर किस्तों में प्रभावी होगी।
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