टॉप-2 में अमूल और इफको की ग्लोबल रैंकिंग, पीएम मोदी ने कहा- कोऑपरेटिव सेक्टर बदल रही जिंदगियां

टॉप-2 में अमूल और इफको की ग्लोबल रैंकिंग, पीएम मोदी ने कहा- कोऑपरेटिव सेक्टर बदल रही जिंदगियां

टॉप-2 में अमूल और इफको की ग्लोबल रैंकिंग, पीएम मोदी ने कहा- कोऑपरेटिव सेक्टर बदल रही जिंदगियां

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IANS
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Ahmedabad: Prime Minister Narendra Modi inspects an exhibition by Amul

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 5 नवंबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अमूल और इफको को कोऑपरेटिव्स की ग्लोबल रैंकिंग में क्रमशः पहला और दूसरा स्थान हासिल करने पर बधाई दी।

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भारत के कोऑपरेटिव सेक्टर के लिए यह एक बड़ी उपलब्धि है। भारत की दो प्रमुख कोऑपरेटिव, अमूल और इफको, ने कोऑपरेटिव्स की ग्लोबल रैंकिंग में पहला और दूसरा स्थान हासिल किया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, अमूल और इफको को बधाई। भारत का कोऑपरेटिव सेक्टर बहुत एक्टिव है और कई लोगों की जिंदगी भी बदल रहा है। हमारी सरकार आने वाले समय में इस सेक्टर को और बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठा रही है।

इससे पहले, कोऑपरेटिव्स की असीम क्षमता का सबूत देते हुए केंद्रीय गृह मंत्री एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने दुनिया की टॉप 10 कोऑपरेटिव्स में पहले दो रैंक हासिल करने के लिए डेयरी दिग्गज अमूल और इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) को बधाई दी थी।

गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पोस्ट में लिखा, भारत के लिए यह गर्व का पल है! दुनिया की टॉप दस कोऑपरेटिव कंपनियों में पहले दो स्थान हासिल करने के लिए अमूल और इफको को हार्दिक बधाई।

शाह ने कहा, यह अमूल से जुड़ी लाखों महिलाओं और इफको में योगदान देने वाले किसानों की अथक मेहनत का सम्मान है। यह कोऑपरेटिव्स की असीम क्षमता का भी सबूत है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एम्पावरमेंट और आत्मनिर्भरता के ग्लोबल मॉडल में बदल रहे हैं।

भारत का डेयरी क्षेत्र गांवों की आजीविका का आधार है और समावेशी विकास का प्रतीक है। दुनिया में सबसे ज्यादा दूध उत्पादन करने वाला देश होने के नाते, भारत ने किसानों के सहकारी समूहों, महिलाओं की भागीदारी और वैज्ञानिक तरीकों से शानदार प्रगति की है।

मौजूदा उपलब्धियों की रक्षा करते हुए सरकार सब्सिडी, ऋण सुविधाएं, चारे और पशु स्वास्थ्य में अनुसंधान आदि के जरिए इस क्षेत्र को लगातार सहायता दे रही है, ताकि भारत का डेयरी क्षेत्र मजबूत, समावेशी बना रहे और भविष्य में देश-विदेश की मांग पूरी कर सके।

--आईएएनएस

पीएसके

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

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