पाकिस्तान: इमरान खान ने इस्लामाबाद कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, मेडिकल टेस्ट कराने की मांगी इजाजत

पाकिस्तान: इमरान खान ने इस्लामाबाद कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, मेडिकल टेस्ट कराने की मांगी इजाजत

पाकिस्तान: इमरान खान ने इस्लामाबाद कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, मेडिकल टेस्ट कराने की मांगी इजाजत

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IANS
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Imran Khan’s legal battles continue

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

इस्लामाबाद, 4 दिसंबर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान-तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक इमरान खान ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट में एक अर्जी दी है। उन्होंने शौकत खानम अस्पताल में अगले तीन दिनों में अपने मेडिकल टेस्ट और जांच कराने की इजाजत मांगी है। स्थानीय मीडिया ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

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खान ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी के जरिए कोर्ट में याचिका दाखिल की है, जिसमें अदालत से अनुरोध किया गया है कि इमरान खान के लिए शौकत खानम अस्पताल में हर महीने मेडिकल चेक-अप और टेस्ट का आदेश दिया जाए।

पाकिस्तान के जाने माने मीडिया हाउस द न्यूज इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक, इसमें कोर्ट से यह भी आग्रह किया गया है कि इमरान खान की मेडिकल हिस्ट्री और वर्तमान सेहत को देखते हुए मेडिकल टीमों को उनकी पूरी जांच का आदेश दिया जाए।

याचिका में, इमरान खान ने आग्रह किया है कि मेडिकल रिपोर्ट की एक कॉपी उनके परिवार को दी जाए और इसे कोर्ट में पेश किया जाए। याचिका में कहा गया है कि इमरान खान को कुछ सेहत संबंधी समस्याएं हैं और सरकार के कहने पर उन्हें राजनीतिक कारणों से निशाना बनाया जा रहा है।

बुधवार को, इमरान खान ने पाकिस्तान के आर्मी चीफ फील्ड मार्शल असीम मुनीर को मानसिक रूप से बीमार बताया था और उन पर देश के संविधान को खत्म करने का आरोप लगाया था।

एक्स पर शेयर किए गए एक बयान में, इमरान खान ने कहा, असीम मुनीर एक मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति है जिनके नैतिक पतन ने पाकिस्तान में संविधान और कानून को पूरी तरह से खत्म कर दिया है और किसी भी पाकिस्तानी के बुनियादी मानवाधिकार अब सुरक्षित नहीं हैं। मेरी पत्नी और मुझे असीम मुनीर के आदेश पर झूठे आरोपों में जेल में डाल दिया गया और हमें बहुत गंभीर मानसिक यातना दी जा रही है। मुझे पूरी तरह से एक सेल में बंद कर दिया गया है और मैं अलग-थलग पड़ा हूं। मैं चार हफ्तों से किसी भी इंसान से नहीं मिला हूं और मुझे बाहरी दुनिया से पूरी तरह अनजान रखा गया है, यहां तक कि जेल मैनुअल के अनुसार हमारी बुनियादी जरूरतें भी खत्म कर दी गई हैं।

उन्होंने आगे कहा, हाई कोर्ट के आदेशों के बावजूद, पहले मेरे राजनीतिक साथियों से मिलने पर रोक लगा दी गई और अब वकीलों और परिवार के सदस्यों से भी मेरी मुलाकात रोक दी गई है। किसी भी मानवाधिकार चार्टर को उठाकर देख लीजिए, उसमें शारीरिक से ज्यादा गंभीर मानसिक यातना को माना जाता है। मेरी बहन नोरीन नियाजी को सड़क पर घसीटा गया, सिर्फ इसलिए क्योंकि उसे मुझसे मिलने का कानूनी अधिकार चाहिए था।

मंगलवार को इमरान खान की बहन उज्मा खानम ने कहा कि उनके भाई की सेहत ठीक है, हालांकि उन्हें अभी भी मानसिक यातना सहनी पड़ रही है।

रावलपिंडी की अदियाला जेल में खान से मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उज्मा खानम ने कहा, इमरान खान की सेहत ठीक है। हालांकि, वह बहुत गुस्से में थे और उन्होंने कहा कि वे उन्हें मानसिक यातना दे रहे हैं। उन्हें पूरे दिन उनके कमरे में रखा जाता है, बाहर जाने के लिए बहुत कम समय मिलता है, और किसी से कोई बातचीत नहीं करने दी जाती।

उज्मा ने कहा कि इमरान खान के साथ उनकी मुलाकात 20 मिनट तक चली थी।

खान, जो अगस्त 2023 से जेल में हैं, 2022 में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से हटाए जाने के बाद से भ्रष्टाचार और आतंकवाद सहित कई मामलों का सामना कर रहे हैं।

--आईएएनएस

केआर/

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

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