पाकिस्तानी एयर स्ट्राइक का आम बलूच हो रहे शिकार, यूएनएचआरसी कराए स्वतंत्र जांच: मानवाधिकार समूह

पाकिस्तानी एयर स्ट्राइक का आम बलूच हो रहे शिकार, यूएनएचआरसी कराए स्वतंत्र जांच: मानवाधिकार समूह

पाकिस्तानी एयर स्ट्राइक का आम बलूच हो रहे शिकार, यूएनएचआरसी कराए स्वतंत्र जांच: मानवाधिकार समूह

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IANS
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Pakistani airstrike in Balochistan injures nine civilians, claims rights body

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

क्वेटा, 6 नवंबर (आईएएनएस)। एक मानवाधिकार समूह ने दावा किया है कि 28 अक्टूबर को पाकिस्तानी एयर स्ट्राइक में बलूचिस्तान के 9 आम नागरिक घायल हो गए। ड्रोन हमला बलूचिस्तान के चिल्टन हिल्स में हुआ था और इसकी जद में पिकनिक मनाने गए नौ युवक आ गए थे। हालांकि पाक आर्मी ने दावा किया था कि ड्रोन हमले में मारे गए लोग आतंकवादी थे।

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बलूच नेशनल मूवमेंट के मानवाधिकार विभाग, पांक ने कुछ रिपोर्ट्स और चश्मदीदों के बयानों का हवाला देते हुए अपनी बात की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि 28 अक्टूबर को पाकिस्तानी सेना ने क्वेटा के पास चिल्टन हिल्स में पिकनिक मनाने गए युवाओं के एक ग्रुप पर हवाई हमला किया।

समूह ने पीड़ितों की पहचान भी जाहिर की है, जिनके नाम जहानजैब मोहम्मद शाही, इमरानी सुमालानी, मकबूल अहमद, जाहिद बलोच, मंजूर अहमद, दौलत खान, अरबाब बलोच, रफीक लेहरी और वाजिद अली है।

पांक ने कहा, चिल्टन हिल्स क्वेटा के बाहरी इलाके में है और पिछले कुछ महीनों में यहां सैन्य गतिविधियां बढ़ी हैं और हवाई हमलों में भी इजाफा हुआ है। पाक दावा करता है कि ये आतंकवादी विरोधी अभियान का हिस्सा है। लेकिन स्थानीय लोगों की जिंदगी पर इसका दुष्प्रभाव पड़ रहा है। वो खौफ और असुरक्षा के माहौल में जीने को मजबूर हैं। अजीब सी बात ये है कि अब तक इन हमलों में एक भी आतंकवादी के पकड़े जाने की पुष्टि नहीं हो पाई है।

पांक का कहना है कि पुख्ता सबूत होने के बावजूद पाकिस्तानी प्रशासन मानने को तैयार ही नहीं है कि उसने ये जघन्य अपराध किया है। वो बार-बार ऐसे हमले कर रहे हैं जिससे आम नागरिकों की जान आफत में पड़ रही है।

संगठन के मुताबिक, ये कोई पहला मामला नहीं है जब हवाई हमले से सीधे-सीधे नागरिकों को निशाने पर लिया गया हो। 5 अक्टूबर 2025, को भी कलात जिले के जेहरी स्थित मूला पास इलाके में छह नागरिक ड्रोन हमले का शिकार हुए थे। इस स्ट्राइक में चार बच्चों समेत छह लोग मारे गए थे, वहीं 3 घायल हो गए थे। हद तो तब हो गई जब तमाम साक्ष्यों के बावजूद जिम्मेदारों ने नहीं माना कि ऐसा कुछ हुआ है।

पांक ने कहा कि आतंकवादी विरोधी अभियान के नाम पर चिल्टन हिल्स में जो हुआ वो घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय कानूनों का पूरी तरह से उल्लंघन है। यही वजह है कि इस समूह ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों से अपील की है कि वो इस पूरे मामले और पूर्व में हुई एयर स्ट्राइक्स की स्वतंत्र जांच कराएं।

--आईएएनएस

केआर/

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

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