गुवाहाटी, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। असम के मोरीगांव जिला जेल से फरार कैदियों में से एक सोमवार को एक झील में मृत पाया गया। मृतक की पहचान अब्दुल रशीद के रूप में हुई है और उस पर यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) मामले में मुकदमा चल रहा था। उसे पिछले साल मोरीगांव जिला जेल में बंद किया गया था।
मोरीगांव जिले के पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने बताया कि फरार हुए कैदियों में से एक अब्दुर रशीद का शव तालाब में पाया गया। उन्होंने बताया, हमें दो दिन पहले जिले के लाहौरीघाट इलाके में उसकी गतिविधि के बारे में पता चला और उसके अनुसार उसे पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू किया गया। जांच दल ने उसके मोबाइल का भी पता लगाया और उसे लहरीघाट की दुमदुमा झील में घेर लिया। स्थानीय लोगों ने भी अभियान में पुलिस टीम की मदद की। हालांकि, अब्दुर रशीद किसी तरह नाव से झील में गिर गया और उसकी मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह शुक्रवार को पांच विचाराधीन कैदियों के भागने के बाद मोरीगांव जिला जेल के जेल अधीक्षक को निलंबित कर दिया गया था। असम पुलिस के महानिरीक्षक (कारागार) ने जेल अधीक्षक को निलंबित करने का आदेश दिया था। आरोप है कि जेल प्रशासन की ओर से चूक हुई थी, जिसका फायदा पांच कैदियों ने जेल तोड़ने में उठाया।
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार रात कैदियों ने कथित तौर पर कंबल, लुंगी और चादर का इस्तेमाल जेल की दीवार फांदने के लिए किया। इससे पहले उन्होंने अपने-अपने बैरक में लोहे की छड़ें तोड़ीं और भाग निकले।
पुलिस ने दावा किया कि जेल की दीवार करीब 20 फीट ऊंची है, लेकिन कैदियों ने ऊंची दीवार से भागने के लिए कंबल, लुंगी और चादरों का इस्तेमाल कर लंबी रस्सी बनाई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, घटना रात करीब 2 बजे हुई। सभी पांचों पर पोक्सो के तहत मामला दर्ज किया गया था और मुकदमा चल रहा था।
कैदियों की पहचान सैफुद्दीन, जियारुल, नूर इस्लाम, मफीदुल और अब्दुल राशिद के रूप में हुई है और उन्हें पिछले साल गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने कहा, शेष चार फरार कैदियों को जल्द ही सलाखों के पीछे लाया जाएगा। अन्य चार कैदियों की तलाश के लिए गहन जांच चल रही है और उनकी गिरफ्तारी अपरिहार्य है।
--आईएएनएस
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