भुवनेश्वर, 14 जून (आईएएनएस)। ओडिशा पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी के अलग-अलग मामलों में पश्चिम बंगाल और गुजरात से एक महिला जालसाज सहित छह साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। राज्य अपराध शाखा ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर इलाके से अनुष्का मित्रा (24) नामक महिला साइबर अपराधी को 74.10 लाख रुपए के निवेश धोखाधड़ी मामले में गिरफ्तार किया है। ओडिशा क्राइम ब्रांच ने शुक्रवार को प्रेस को दिए बयान में बताया कि बालासोर के एक व्यक्ति ने 6 मई 2024 को शिकायत दर्ज कराई थी।
दर्ज शिकायत में आरोप लगाया गया था कि अज्ञात साइबर जालसाजों ने अंतर्राष्ट्रीय धातु व्यापार, आईपीओ और ओटीसी ट्रेडिंग में निवेश के जरिए उच्च रिटर्न का वादा करके उससे 74.10 लाख रुपए ठग लिए हैं। पीड़ित ने घाटे के बावजूद निवेश जारी रखा। जब उसने अपने पैसे निकालने की कोशिश की, तो जालसाजों ने अतिरिक्त पैसे की मांग की और उसके पैसे देने से इनकार कर दिया।
पुलिस ने जांच के दौरान पता लगाया कि आरोपी अनुष्का ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर ट्रेड एनालिस्ट बनकर निवेश घोटाले के जरिए शिकायतकर्ता से 74,10,000 रुपए ठगे हैं। गुजरात के भावनगर शहर से खिकानी ध्रुव विजयभाई (22) नामक एक जालसाज को गिरफ्तार किया गया है। उस पर गंजम जिले के छत्रपुर के एक व्यक्ति से फर्जी शेयर बाजार निवेश योजना में निवेश के जरिए 50 लाख रुपए ठगने का आरोप है।
“धोखाधड़ी की शुरुआत ई141-ए.के. कैपिटल सर्विस लिमिटेड एक्सचेंज ग्रुप नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए हुई, जहां पीड़ित को अत्यधिक रिटर्न वाले आईपीओ में निवेश करने के बहाने “ए.के. ग्रुप” नामक एक फर्जी एप्लिकेशन इंस्टॉल करने के लिए राजी किया गया।
क्राइम ब्रांच ने बताया, “दावों पर विश्वास करके पीड़ित ने कई ट्रांजेक्शन के जरिए 50 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए।”
हालांकि, बाद में उसे ऐप में फर्जी नेगेटिव बैलेंस दिखाया गया और बार-बार और पैसे जमा करने के लिए कहा गया। शिकायतकर्ता को जल्द ही एहसास हुआ कि उसने साइबर जालसाजों के हाथों पैसे गंवा दिए हैं और उसने 11 फरवरी 2025 को क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई।
इससे पहले, पुलिस ने इस सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया था।
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