पूर्वोत्तर भारत की परिधि नहीं, बल्कि देश की ग्रोथ स्टोरी का धड़कता दिल है : पीएमओ

पूर्वोत्तर भारत की परिधि नहीं, बल्कि देश की ग्रोथ स्टोरी का धड़कता दिल है : पीएमओ

पूर्वोत्तर भारत की परिधि नहीं, बल्कि देश की ग्रोथ स्टोरी का धड़कता दिल है : पीएमओ

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IANS
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पूर्वोत्तर भारत की परिधि नहीं, बल्कि देश की ग्रोथ स्टोरी का धड़कता दिल है : पीएमओ

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से शनिवार को कहा गया कि पूर्वोत्तर भारत की परिधि नहीं, नहीं बल्कि देश की ग्रोथ स्टोरी का धड़कता दिल है।

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प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि नए हवाई अड्डों से लेकर सशक्त स्वयं सहायता समूहों तक और कनेक्टिविटी से लेकर क्रिएटिविटी तक, अरुणाचल प्रदेश विकसित भारत की भावना को दर्शाता है।

पीएमओ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा लिखा गया एक आर्टिकल साझा किया। केंद्रीय मंत्री सिंधिया के इस पोस्ट में उन्होंने देश की ग्रोथ स्टोरी में अरुणाचल प्रदेश के बढ़ते महत्व को रेखांकित किया।

पीएमओ ने एक्स पर पोस्ट किया, नए हवाई अड्डों से लेकर सशक्त स्वयं सहायता समूहों तक, कनेक्टिविटी से लेकर क्रिएटीविटी तक, अरुणाचल प्रदेश विकसित भारत की भावना को दर्शाता है। केंद्रीय मंत्री सिंधिया का यह आर्टिकल अवश्य पढ़ें।

केंद्रीय मंत्री सिंधिया अपने आर्टिकल को एक्स पर शेयर कर लिखते हैं कि हमारी अष्टलक्ष्मी अब कोई दूर की सीमा नहीं, बल्कि भारत की प्रगति का एक जीवंत केंद्र है।

उन्होंंने बताया कि उनके लिखे आर्टिकल में उन्होंने अरुणाचल प्रदेश की जीरो घाटी की अपनी विस्मयकारी यात्रा का जिक्र किया है। उनके लिए यह यात्रा खास रही क्योंकि उन्होंने राज्य की सांस्कृतिक विरासत को संजोए रखने के साथ उसके तेजी से बदलते रूप को देखा।

केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने राज्य की बदलती तस्वीर का श्रेय पीएम मोदी को दिया।

अपने आर्टिकल में वे लिखते हैं कि जब भी मैं पूर्वोत्तर में कदम रखता हूं, मुझे नई ऊर्जा का एहसास होता है।

उन्होंने लिखा, कई लोग इसे भारत की परिधि कहते हैं, लेकिन यह तो वह दिल है, जो अनेक रंगों, ध्वनियों और बनावटों में धड़कता है। मोतियों की एक माला, जो अनगिनत समुदायों, संस्कृतियों और जीवन-शैली से जुड़ी है और प्रकृति की शाश्वत लय में सहजता से गुंथी हुई है। कोई आश्चर्य नहीं कि हमारे प्रधानमंत्री इसे अष्टलक्ष्मी कहते हैं।

जीरो घाटी विश्व प्रसिद्ध जीरो म्यूजिक फेस्टिवल के लिए प्रसिद्ध है। इसे दुनिया के शीर्ष संगीत समारोहों में गिना जाता है।

केंद्रीय मंत्री ने लिखा, स्थानीय कारीगरों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया और डिजिटल इंडिया तथा जनधन-आधार-मोबाइल की त्रिमूर्ति की बदौलत, कैशलेस पेमेंट आसान हो गया।

--आईएएनएस

एसकेटी/

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

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