एआईएफएफ में भ्रष्टाचार का कोई सबूत नहीं : अध्यक्ष कल्याण चौबे

एआईएफएफ में भ्रष्टाचार का कोई सबूत नहीं : अध्यक्ष कल्याण चौबे

एआईएफएफ में भ्रष्टाचार का कोई सबूत नहीं : अध्यक्ष कल्याण चौबे

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IANS
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AIFF,Kalyan Chaubey,

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 13 जून (आईएएनएस)। अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के अध्यक्ष कल्याण चौबे ने भारत की फुटबॉल शासी संस्था के खिलाफ लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों का जोरदार खंडन किया है। 2022 से एआईएफएफ का नेतृत्व कर रहे चौबे ने जोर देकर कहा कि संगठन ने उचित प्रक्रिया का पालन किया है और अगर भ्रष्टाचार का कोई सबूत होता, तो यह ध्यान में आता।

कल्याण चौबे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “अगर कोई भ्रष्टाचार था, तो उसे अवश्य ही देखा गया होगा या लाल झंडी दिखाई गई होगी। ये टिप्पणियां 3-4 लोगों द्वारा की गई हैं, जो या तो मेरी टीम के खिलाफ चुनाव हार चुके हैं या एआईएफएफ का हिस्सा थे।”

उन्होंने कहा, मेरे परिवार और मेरे साथ बुरा व्यवहार किया गया है। मैं केवल तथ्य और आंकड़े ही बताता हूं। वह (बाईचुंग भूटिया) भारत के अब तक के सबसे बेहतरीन स्ट्राइकरों में से एक हैं। वह एआईएफएफ के सलाहकार भी थे और उन्हें हर महीने 1.5 लाख रुपये मिलते थे। 13 महीनों में हमने 11 कार्यकारी समिति की बैठकें की हैं। वह भ्रष्टाचार को चुनौती देने, रोकने और सवाल उठाने के लिए हैं, ताकि समिति अच्छी तरह से और लोकतांत्रिक तरीके से काम कर सके।

हाल ही में आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार में, बाईचुंग भूटिया ने एआईएफएफ अध्यक्ष की आलोचना की थी और दावा किया था, कल्याण चौबे को भारतीय फुटबॉल की खातिर पद छोड़ देना चाहिए।

जवाब में, एआईएफएफ अध्यक्ष ने पूर्व स्ट्राइकर द्वारा संचालित वाणिज्यिक फुटबॉल अकादमियों की एक श्रृंखला, बाईचुंग भूटिया फुटबॉल स्कूलों पर भावनाओं से खेलकर अनुचित लाभ उठाने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, वह अपने नाम से एक व्यावसायिक फुटबॉल स्कूल भी चलाते हैं। पूरे देश में ऐसे 20 स्कूल हैं। मेरे पास आई-लीग अंडर-17 में उनके प्रदर्शन का सारांश भी है, 31 मार्च को उनकी टीम मिनर्वा अकादमी के खिलाफ 31-0 से हार गई थी।

एआईएफएफ अध्यक्ष ने अपनी बात को और पुख्ता करने के लिए कई ऐसे मैचों की सूची दी, जिनमें बीबीएफएस को हार का सामना करना पड़ा। चौबे ने कहा, वे (बाईचुंग भूटिया फुटबॉल स्कूल) परिवारों की भावनाओं, लोगों की भावनाओं के साथ खेलकर अनुचित लाभ उठा रहे हैं, जो सोच रहे हैं कि इस व्यक्ति ने भारतीय फुटबॉल का उच्चतम स्तर हासिल किया है, और अगर मैं उनकी अकादमी का हिस्सा हूं, तो मैं भी इसमें अपना जीवन बना सकता हूं। उन्होंने भारतीय फुटबॉल के सपने देखने वालों के परिवारों से वादा किया है, और यह परिणाम है जो हमने देखा है।

--आईएएनएस

आरआर/

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