निखत जरीन, ओलंपिक पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन तेलंगाना में एलीट महिला मुक्केबाजी टूर्नामेंट में भाग लेंगी

निखत जरीन, ओलंपिक पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन तेलंगाना में एलीट महिला मुक्केबाजी टूर्नामेंट में भाग लेंगी

निखत जरीन, ओलंपिक पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन तेलंगाना में एलीट महिला मुक्केबाजी टूर्नामेंट में भाग लेंगी

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IANS
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Two-time World Champion Nikhat Zareen, Olympic medallist Lovlina Borgohain to star in Elite Women's Boxing Tournament in Hyderabad, Telangana.

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

हैदराबाद (तेलंगाना), 26 जून (आईएएनएस)। दो बार की विश्व चैंपियन निखत जरीन, ओलंपिक खेल टोक्यो 2020 की कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहेन और पूर्व विश्व युवा चैंपियन अंकुशिता बोरो, 27 जून से 1 जुलाई तक तेलंगाना के सरूरनगर इंडोर स्टेडियम में खेले जाने वाले एलीट महिला मुक्केबाजी टूर्नामेंट में गौरव और राष्ट्रीय शिविर में जगह बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा करने वाली शीर्ष भारतीय महिला मुक्केबाजों में शामिल होंगी।

भारतीय मुक्केबाजी महासंघ और तेलंगाना खेल प्राधिकरण के तत्वावधान में तेलंगाना मुक्केबाजी महासंघ द्वारा आयोजित इस टूर्नामेंट में 15 इकाइयों के मुक्केबाज भाग लेंगे, जिसमें 8वीं एलीट महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप की शीर्ष 12 टीमें - रेलवे, हरियाणा, अखिल भारतीय पुलिस, सेवाएं, पंजाब, चंडीगढ़, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, तमिलनाडु और सिक्किम - मेजबान तेलंगाना, संयुक्त साई राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र टीम और टॉप्स कोर और विकास दल के साथ शामिल हैं।

इस प्रतियोगिता में उल्लेखनीय नामों में विश्व चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता मनीषा मौन, ओलंपियन प्रीति, विश्व युवा चैंपियन अरुंधति चौधरी और 100 से अधिक अन्य शीर्ष दावेदार शामिल हैं। मुक्केबाज दस भार वर्गों में प्रतिस्पर्धा करेंगी । प्रत्येक में स्वर्ण और रजत पदक विजेताओं को पटियाला में एलीट राष्ट्रीय शिविर में शामिल होने का अवसर मिलेगा।

बीएफआई के अध्यक्ष और अंतरिम समिति के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा, यह एलीट महिला राष्ट्रीय मुक्केबाजी टूर्नामेंट भारतीय मुक्केबाजी के प्रतिस्पर्धी ढांचे को मजबूत करने के लिए बनाया गया है। यह हमारे शीर्ष एथलीटों को प्रतिस्पर्धी प्रदर्शन प्रदान करता है और युवा मुक्केबाजों को अनुभवी मुक्केबाजों को चुनौती देने, उनसे सीखने और राष्ट्रीय शिविरों में दिए जा रहे उच्च प्रदर्शन प्रशिक्षण की ओर बढ़ने का मंच भी देता है। यह टूर्नामेंट न केवल एलीट राष्ट्रीय शिविर में प्रवेश का मार्ग है, बल्कि यह बेंच स्ट्रेंथ बनाने और नई प्रतिभाओं की खोज करने का भी एक तरीका है। हमें विश्वास है कि नया घरेलू ढांचा भारतीय मुक्केबाजी को सशक्त बनाएगा और वैश्विक मंच पर इसकी गति को बनाए रखने में मदद करेगा।

सभी टीमें अधिकतम 10 मुक्केबाजों को मैदान में उतार सकती हैं, बशर्ते उनका जन्म 1 जनवरी, 1985 और 31 दिसंबर, 2006 के बीच हुआ हो। चैंपियनशिप विश्व मुक्केबाजी तकनीकी और प्रतियोगिता नियमों के अनुसार आयोजित की जाएगी, जिसमें प्रत्येक मुकाबले में तीन मिनट के तीन राउंड होंगे, जिसमें बीच में एक मिनट का आराम होगा। दस-अंक-अनिवार्य स्कोरिंग प्रणाली का पालन किया जाएगा, जबकि समीक्षा प्रणाली का उपयोग नहीं किया जाएगा। भारत की महिला मुक्केबाजों ने थाईलैंड ओपन 2025 में एक रजत और पांच कांस्य पदक हासिल करते हुए महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। ​​इस सफलता के आधार पर, भारतीय मुक्केबाजी महासंघ अब इस साल के अंत में होने वाले विश्व मुक्केबाजी कप के फाइनल सहित आगामी प्रमुख अंतरराष्ट्रीय आयोजनों पर ध्यान केंद्रित कर रहा है।

--आईएएनएस

आरआर/

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डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

      
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