अगस्त में मॉयल का मैंगनीज अयस्क उत्पादन 17 प्रतिशत बढ़कर 1.45 लाख टन हुआ

अगस्त में मॉयल का मैंगनीज अयस्क उत्पादन 17 प्रतिशत बढ़कर 1.45 लाख टन हुआ

अगस्त में मॉयल का मैंगनीज अयस्क उत्पादन 17 प्रतिशत बढ़कर 1.45 लाख टन हुआ

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IANS
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Vale International to supply iron ore agglomerates to Essar Group's KSA green steel project

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 3 सितंबर (आईएएनएस)। इस्पात मंत्रालय द्वारा बुधवार को जारी एक बयान के अनुसार, भारत के सबसे बड़े मैंगनीज अयस्क उत्पादक मॉयल ने अगस्त महीने में अब तक के सर्वाधिक 1.45 लाख टन उत्पादन के साथ अपनी मजबूत वृद्धि दर जारी रखी है, जो पिछले वर्ष इसी महीने की तुलना में 17 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि दर्शाता है।

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बिक्री के मोर्चे पर, कंपनी ने अगस्त में 1.13 लाख टन की बिक्री के साथ भी शानदार प्रदर्शन किया, जो पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में सालाना आधार पर 25.6 प्रतिशत की शानदार वृद्धि दर्शाता है।

इसके अलावा, अप्रैल-अगस्त 2025 के दौरान, मॉयल ने 7.92 लाख टन उत्पादन के साथ अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 9.3 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।

इस्पात निर्माण में मैंगनीज अयस्क की सप्लाई करने वाली सरकारी स्वामित्व वाली इस कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-अगस्त के दौरान 50,621 मीटर की अपनी अब तक की सर्वश्रेष्ठ एक्सप्लोरेटरी कोर ड्रिलिंग भी हासिल की, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में 8.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाती है।

अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अजीत कुमार सक्सेना ने इस रिकॉर्ड प्रदर्शन के लिए मॉयल टीम को बधाई दी और चुनौतीपूर्ण मौसम की स्थिति में भी उत्पादन और बिक्री में वृद्धि हासिल करने के उनके अथक प्रयासों की सराहना की।

कंपनी द्वारा अपने उत्पादन के आंकड़ों की घोषणा के बाद मॉयल के शेयर की कीमत 6.45 प्रतिशत बढ़कर 367.05 रुपए हो गई।

मॉयल लिमिटेड इस्पात मंत्रालय के अधीन मिनीरत्‍न शेड्यूल-ए सार्वजनिक उपक्रम है। जिसकी स्‍थापना 22 जून 1962 में मैंगनीज ओर (इंडिया) लिमिटेड के रूप में हुई । इसके बाद वित्त वर्ष 2010-11 के दौरान कंपनी का नाम मैंगनीज ओर (इंडिया) लिमिटेड से बदल कर मॉयल लिमिटेड रखा गया।

मॉयल बोर्ड ने तीसरी तिमाही के परिणामों की घोषणा के दौरान वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 4.02 रुपए प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश के भुगतान को भी मंजूरी दे दी है। यह पिछले वर्ष के 3.50 रुपए प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश से 15 प्रतिशत अधिक है।

इसके अलावा, बोर्ड ने डोंगरी बुजुर्ग खदान, चिकला खदान और कांदरी खदान के लिए दो वेंटिलेशन शाफ्ट सहित पांच शाफ्ट सिंकिंग परियोजनाओं को मंजूरी दी है, जिनकी अनुमानित लागत 886 करोड़ रुपए है। ये शाफ्ट कंपनी को आने वाले वर्षों में अपने मौजूदा उत्पादन स्तर को बनाए रखने और बढ़ाने में मदद करेंगे।

--आईएएनएस

एसकेटी/

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

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