एमसीसी ने बाउंड्री कैच के नियम में किए बदलाव

एमसीसी ने बाउंड्री कैच के नियम में किए बदलाव

एमसीसी ने बाउंड्री कैच के नियम में किए बदलाव

author-image
IANS
New Update
BBL: Six or out - the catch that had everyone talking (explainer)

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

लंदन, 14 जून (आईएएनएस)। बिग बैश लीग में मैट रेनशॉ, माइकल नीसर और टॉम बैंटम के बाउंड्री पर लिए गए कैच अब इस महीने के अंत से वैध नहीं रहेंगे।

अपडेट किए गए नियम के अनुसार, जिसे इस महीने आईसीसी की खेल स्थितियों में और फिर अक्टूबर 2026 में एमसीसी के नियमों में शामिल किया जाएगा। यानि हवा में उड़ने वाला क्षेत्ररक्षक सीमा से परे गेंद को केवल एक बार छू सकता है और कैच को सही करार दिए जाने के लिए उसे मैदान के अंदर वापस आना होगा। नेसर द्वारा किया गया बनी हॉप - सीमा के बाहर हवा में उड़ने के दौरान दूसरे संपर्क के रूप में गेंद को हथेली से ऊपर उठाना और साथ ही मैदान के अंदर फेंकना अब वैध नहीं होगा।

बीबीएल 2023 के दौरान, ब्रिसबेन हीट के लिए खेल रहे नेसर सिडनी सिक्सर्स के जॉर्डन सिल्क की ओर से लॉन्ग ऑफ पर लगाए गए एक लॉफ्टेड ड्राइव का पीछा कर रहे थे। नेसर ने गेंद को दोनों हाथों से पकड़ा लेकिन उनकी गति ने उन्हें रस्सी के पार पहुंचा दिया। बाउंड्री नियम के अनुसार, नेसर ने शुरुआत में हवा में गेंद को उछाला, बाउंड्री के बाहर उतरे, फिर से कूदे और कैच को पूरा करने के लिए मैदान में वापस कूदने से पहले दोनों पैरों को हवा में रखते हुए गेंद को वापस मैदान में ले गए। सिल्क को आउट करार दिया गया और वह अपना सिर हिलाते हुए वापस चले गए।

नेसर ने कहा था कि वह साथी हीट खिलाड़ी रेनशॉ द्वारा गाबा में बीबीएल 2020 के दौरान होबार्ट हरिकेंस के मैथ्यू वेड के कैच को पकड़ने के प्रयास से प्रेरित थे। वेड के लॉफ्टेड स्ट्रोक का जवाब देते हुए रेनशॉ अपने बाएं ओर वाइड लॉन्ग ऑन की ओर भागे और गेंद को सीमा रेखा के अंदर पकड़ लिया। फिर वह अपना संतुलन खो बैठे और रस्सी के ऊपर से कूद गए लेकिन इससे पहले उन्होंने उस गेंद को ऊपर उछाल दिया। यह महसूस करते हुए कि गेंद सीमा रेखा के बाहर गिरेगी, उन्होंने गेंद को वापस खेल में लाने के लिए फिर से छलांग लगाई ताकि बैंटन कैच पूरा कर सके, जबकि वह खुद सीमा रेखा के बाहर गिर गए।

दोनों कैच की निष्पक्षता पर व्यापक रूप से बहस हुई और दोनों ही मौकों पर मौजूदा नियम में बदलाव करने की जोरदार मांग की गई, जिसे आखिरी बार 2010 में अपडेट किया गया था। नियम 19.5.2 के अनुसार, गेंद को पहली बार छूने से पहले फील्डर का जमीन से आखिरी संपर्क सीमा के भीतर होना चाहिए (नियम का यह हिस्सा नए संस्करण में भी बना रहेगा)। वर्तमान स्थिति के अनुसार, फील्डर एक ही समय में गेंद और जमीन को सीमा के बाहर नहीं छू सकता। अगर फील्डर उन मानदंडों को पूरा करता है और कैच पूरा करता है, तो कैच वैध है।

हालांकि, इस साल की शुरुआत में आईसीसी क्रिकेट समिति ने नियम के संरक्षक एमसीसी से संबंधित नियम की समीक्षा करने को कहा और दोनों निकायों ने मिलकर नए संस्करण पर काम किया। आईसीसी द्वारा सदस्य बोर्डों को भेजे गए एमसीसी नोट में कहा गया है कि मौजूदा नियम के कारण कुछ शानदार फील्डिंग हुई है, लेकिन इसने कुछ असामान्य दिखने वाले कैच के लिए जगह भी बनाई है, जो कि अधिकांश क्रिकेट प्रेमियों को अनुचित लगता है।

नेसर के कैच के बारे में बताते हुए एमसीसी ने कहा कि हीट फील्डर ने बाउंड्री के अंदर कैच पूरा करने से पहले बन्नी हॉप (झुकते हुए उछलना) किया। हालांकि यह नियम के मुताबिक था, लेकिन नोट में कहा गया कि ऐसा लगा कि फील्डर ने सचमुच बहुत दूर जाकर कैच लिया था।

हालांकि ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज जॉश हेजलवुड जैसे खिलाड़ियों ने सुझाव दिया है कि नियम को 2010 से पहले की स्थिति में वापस लाया जाए, लेकिन एमसीसी ने कहा कि ऐसा करना शायद बहुत कठोर था। 2010 से पहले, अगर कोई फील्डर गेंद के साथ अपने पहले संपर्क के बाद बाउंड्री के बाहर कदम रखता था, तो उसे बाद में कोई भी संपर्क करने से पहले बाउंड्री के अंदर फिर से जमीन को छूना पड़ता था। एमसीसी के अनुसार, इससे कुछ शानदार फील्डिंग की संभावना खत्म हो जाएगी जो ऐसा लगता है कि अब यह पूरी तरह से खेल का हिस्सा है। उदाहरणों में हरलीन देओल (2021 में इंग्लैंड के खिलाफ) और एलेक्स हेल्स (बीबीएल 2020 में) के कैच शामिल हैं, जहां फील्डर कैच लेने से पहले खुद को बाउंड्री के अंदर फिर से नहीं लाते हैं, बल्कि इसे पूरा करने के लिए बाउंड्री के अंदर उतरते हैं।

एमसीसी ने समाधान के रूप में कहा है कि यदि कोई क्षेत्ररक्षक सीमा रेखा के बाहर जाता है और गेंद से संपर्क बनाने के लिए ऊपर कूदता है, तो उसे मैदान के भीतर उतरना होगा, नहीं तो बाउंड्री मानी जाएगी। एमसीसी नोट में कहा गया है कि सीमा रेखा के बाहर एक से अधिक बार छूने की अब अनुमति नहीं होगी, जैसा कि नेसर द्वारा सिल्क का कैच लेने के लिए किया गया था।

हमारा समाधान यह है कि यदि कोई क्षेत्ररक्षक सीमा रेखा के बाहर चला जाता है तो उसे हवा में उड़ते हुए गेंद को केवल एक बार छूने दिया जाए और ऐसा करने के बाद गेंद फेंके जाने के बचे समय के लिए उसे सीमा रेखा के भीतर ही रहना होगा।

रिले कैच के मामले में भी यही बात लागू होगी। जिस फील्डर ने गेंद को बाउंड्री के बाहर छुआ है, उसे वापस मैदान के अंदर कूदना होगा, भले ही कैच टीम के किसी साथी ने पूरा किया हो। भले ही गेंद को किसी दूसरे फील्डर से या मैदान के अंदर से रोका गया हो अगर फील्डर बाउंड्री के बाहर गिरता है या बाद में बाहर कदम रखता है, तो बाउंड्री स्कोर की जाएगी। स्पष्टता के लिए, इसका मतलब है कि फील्डर को बाउंड्री के बाहर से कूदकर गेंद को छूने का केवल एक ही मौका मिलता है।

जबकि आईसीसी की खेल परिस्थितियों को नए डब्ल्यूटीसी चक्र के साथ ही लागू कर दिया जाएगा, जो 17 जून को गॉल में श्रीलंका बनाम बांग्लादेश के साथ शुरू होगा। नियम अक्टूबर 2026 से प्रभावी होगा।

--आईएएनएस

आरआर/

Advertisment

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

      
Advertisment