कुणाल घोष का दावा, बंगाल चुनाव में टीएमसी 250 से अधिक सीटें जीतेगी

कुणाल घोष का दावा, बंगाल चुनाव में टीएमसी 250 से अधिक सीटें जीतेगी

कुणाल घोष का दावा, बंगाल चुनाव में टीएमसी 250 से अधिक सीटें जीतेगी

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IANS
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Mamata Banerjee to become Bengal CM again in 2026 Assembly polls with Trinamool winning over 250 seats: Kunal Ghosh

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

कोलकाता, 29 जुलाई (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस के महासचिव कुणाल घोष ने मंगलवार को दावा किया कि चाहे किसी भी मतदाता सूची पर मतदान किया जाए, ममता बनर्जी 2026 के विधानसभा चुनावों के बाद फिर से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनेंगी। वहीं, टीएमसी 294 सीटों वाली विधानसभा में कम से कम 250 से अधिक सीटें जीतेगी।

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तृणमूल कांग्रेस नेता का यह बयान विपक्ष के नेता (एलओपी) और भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी के चुनाव आयोग से बूथ लेवल अधिकारियों (बीएलओ) को धमकाने के लिए मुख्यमंत्री बनर्जी के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध करने के कुछ घंटों बाद आया है।

मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार को लिखे गए पत्र पर प्रतिक्रिया देते हुए, घोष ने कहा कि राज्य के भाजपा नेता अगले साल होने वाले चुनाव में जीत की कोई संभावना न होने से निराश हैं।

तृणमूल कांग्रेस नेता ने आगे कहा, आसन्न हार को भांपते हुए, भाजपा नेता एक बार फिर चुनाव आयोग को अपने पक्ष में कदम उठाने के लिए प्रभावित करने लगे हैं। हमने पिछले चुनावों में भी ऐसा देखा है, और हर बार तृणमूल कांग्रेस पहले से ज्यादा मजबूत होकर उभरी है।

यह विश्वास जताते हुए कि तृणमूल कांग्रेस अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में भाजपा को हरा देगी, घोष ने कहा कि सुवेंदु अधिकारी अपनी कल्पना से परे बातें कर रहे हैं।

उन्होंने आगे कहा, वे (भाजपा) समझ नहीं पा रहे हैं कि बंगाल की जनता क्या चाहती है। भारत के चुनाव आयोग का राजनीतिक इस्तेमाल किया जा रहा है। जब हमने इस मामले पर आवाज उठाई, तो सुप्रीम कोर्ट और कई अन्य अदालतों ने टिप्पणी की कि वैध मतदाताओं को किसी भी मतदाता सूची से बाहर नहीं रखा जाना चाहिए। लेकिन जिस भी सूची पर मतदान होगा, ममता बनर्जी अपनी पार्टी के लिए 250 से ज्यादा सीटें जीतकर मुख्यमंत्री बनने जा रही हैं।

2021 के विधानसभा चुनावों में, तृणमूल कांग्रेस ने 213 सीटें जीती थीं, जबकि भाजपा को 77 सीटें मिली थीं।

मंगलवार को, विपक्ष के नेता अधिकारी ने मुख्य चुनाव आयुक्त को एक पत्र लिखा। इसमें उन्होंने राज्य में बीएलओ को डरा-धमकाकर और दुर्भावनापूर्ण तरीके से प्रभावित करके चुनावी प्रक्रिया में कथित रूप से अनधिकृत हस्तक्षेप करने के लिए मुख्यमंत्री बनर्जी के खिलाफ स्वतः संज्ञान लेते हुए कार्रवाई करने का अनुरोध किया था।

पश्चिम बंगाल की मतदाता सूची के लिए अगस्त में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) की अटकलों के बीच, कुछ जिलों की 2002 की मतदाता सूची राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) की वेबसाइट पर ऑनलाइन उपलब्ध करा दी गई है।

पश्चिम बंगाल में मतदाता सूची का अंतिम एसआईआर 2002 में किया गया था।

--आईएएनएस

एससीएच

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

      
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