दक्षिण कोरिया: मिरयांग के मंच पर महाभारत की गाथा हुई जीवंत

दक्षिण कोरिया: मिरयांग के मंच पर महाभारत की गाथा हुई जीवंत

दक्षिण कोरिया: मिरयांग के मंच पर महाभारत की गाथा हुई जीवंत

author-image
IANS
New Update
Mahabharata brought to life through music and dance in South Korea's Miryang

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

सोल, 23 ​​अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत और दक्षिण कोरिया के बीच मित्रता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के एक नए अध्याय की शुरुआत करते हुए, पूर्वोत्तर ग्योंगसांगनाम-डो प्रांत स्थित मिरयांग में गुरुवार को भारत के प्रमुख शास्त्रीय नृत्यों में से एक कथकली की सुंदर प्रस्तुति दी गई।

Advertisment

दक्षिण कोरिया स्थित भारतीय दूतावास ने एक्स पोस्ट में कहा, पहली बार, मिरयांग ने 23 अक्टूबर को योग कल्चर टाउन में कथकली की प्रस्तुति हुई। कहानी कहने, लय और अभिव्यक्ति का एक जीवंत प्रदर्शन - भारत के सबसे प्रतिष्ठित शास्त्रीय नृत्य रूपों में से एक, कथकली ने संगीत और नृत्य के माध्यम से महाभारत के प्राचीन महाकाव्य को जीवंत कर दिया।

दूतावास ने इस ऐतिहासिक प्रदर्शन की मेजबानी के लिए मिरयांग और योग कल्चर टाउन की सराहना की।

पिछले हफ्ते, भारतीय दूतावास ने कोरिया गणराज्य में वार्षिक सारंग महोत्सव - भारत महोत्सव के 11वें संस्करण के उद्घाटन समारोह की मेजबानी की थी, जिसमें एक आकर्षक कथकली प्रदर्शन प्रस्तुत किया गया था। ये अपनी विस्तृत वेशभूषा, जीवंत श्रृंगार और भावपूर्ण भावों के लिए प्रसिद्ध रहा।

राजदूत गौरांगलाल दास ने कथकली मंडली को सम्मानित किया, जिसने महाभारत के दुर्योधनवध पर एक घंटे के प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। मिशन के उप-प्रमुख निशिकांत सिंह और सियोडेमुन-गु के मेयर ली सुंग-ह्योन ने संक्षिप्त स्वागत भाषण दिया। कथकली मंडली का नेतृत्व प्रसिद्ध कलाकार श्रीनाथन श्रीनाथ मंदिरम कर रहे हैं।

सारंग महोत्सव शास्त्रीय नृत्य, संगीत, फिल्में, कला प्रदर्शनियां, पाककला अनुभव आदि सहित समृद्ध और विविध भारतीय संस्कृति के पहलुओं से परिचित कराता है। इस कार्यक्रम में लगभग 400 अतिथियों ने भाग लिया, जिनमें कोरिया में भारत के विभिन्न क्षेत्रों के मित्र, राजनयिक दल, मीडिया, सांस्कृतिक हस्तियाँ आदि शामिल थे।

बुधवार को, कथकली मंडली ने बुसान सिटीजन्स हॉल में एक प्रस्तुति दी।

दूतावास ने एक्स पोस्ट में लिखा, 22 अक्टूबर को बुसान सिटीजन्स हॉल में कथकली की भव्यता और छऊ नृत्य की जीवंतता का संगम हुआ। हर भाव और लय के माध्यम से, भारत की भावना कोरिया की गर्मजोशी से मिली - कला और गति में रची-बसी दोस्ती का उत्सव। सांस्कृतिक सद्भाव की इस अविस्मरणीय शाम को जीवंत बनाने के लिए भारतीय दूतावास के साथ हाथ मिलाने के लिए बुसान यूनिवर्सिटी ऑफ फॉरेन स्टडीज (बीयूएफएस) का हार्दिक धन्यवाद।

सारंग महोत्सव के दौरान, दर्शक मनमोहक कथकली प्रदर्शन और भारतीय वाद्य यंत्रों के प्रदर्शन के साथ भारत की लय पर थिरकते देखे गए।

यह महोत्सव दक्षिण कोरिया के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक, नामी द्वीप में आयोजित किया गया था।

--आईएएनएस

केआर/

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Advertisment