वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में आय वृद्धि में लार्जकैप ने स्मॉलकैप और मिडकैप कंपनियों से किया बेहतर प्रदर्शन: रिपोर्ट

वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में आय वृद्धि में लार्जकैप ने स्मॉलकैप और मिडकैप कंपनियों से किया बेहतर प्रदर्शन: रिपोर्ट

वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में आय वृद्धि में लार्जकैप ने स्मॉलकैप और मिडकैप कंपनियों से किया बेहतर प्रदर्शन: रिपोर्ट

author-image
IANS
New Update
Large-caps outshine small-caps in Q4 FY25 as investors shift to stability: Report

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

मुंबई, 14 जून (आईएएनएस)। वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में लार्जकैप कंपनियों की आय वृद्धि दर स्मॉलकैप और मिडकैप कंपनियों की अपेक्षा बेहतर रही है। एक ब्रोकरेज फर्म की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।

270 कंपनियों के विश्लेषण के आधार पर तैयार की गई इक्विरस सिक्योरिटीज की रिपोर्ट में बताया गया कि वैश्विक उतार-चढ़ाव के माहौल में लार्जकैप कंपनियों का प्रदर्शन मजबूत रहा है और आय एवं मुनाफा दोनों उम्मीद से अच्छे रहे हैं।

रिपोर्ट में बताया गया कि इक्विरस द्वारा ट्रैक किए गए कंपनियों के समूह का ईबीआईटीडीए और आय, विश्लेषकों के अनुमान से क्रमशः 4 प्रतिशत और 5 प्रतिशत अधिक रही।

रिपोर्ट के अनुसार, कंपनियों के ईबीआईटीडीए में 6 प्रतिशत और आय में 4 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि आय वृद्धि उम्मीदों के अनुरूप रही, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही की तुलना में 5 प्रतिशत अधिक थी।

इक्विरस सिक्योरिटीज के मुताबिक, लार्जकैप कंपनियों की आय वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में सालाना आधार पर 6 प्रतिशत बढ़ी है। वहीं, इस अवधि में मिडकैप कंपनियों की आय में 2 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और स्मॉलकैप कंपनियों की आय में सालाना आधार पर 16 प्रतिशत की गिरावट हुई है।

रिपोर्ट में बताया गया कि अगर ऑयल मार्केटिंग कंपनियों (ओएमसी) को हटा दिया जाए तो वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में बाकी सेक्टर की कंपनियों के ईबीआईटीडीए और आय में क्रमश: 5 और 3 प्रतिशत का इजाफा हुआ है।

वहीं, अगर बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विसेज और इंश्योरेंस (बीएफएसआई) को हटा दिया जाए तो वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में बाकी कंपनियों में ईबीआईटीडीए और आय में क्रमश: 7 और 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

वित्त वर्ष 25 की चौथी तिमाही में रिटेल, फार्मा, कैपिटल गुड्स और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स का प्रदर्शन अच्छा रहा। हालांकि, एफएमसीजी, इन्फ्रास्ट्रक्चर, आईटी और ऑटो सेक्टर्स की वृद्धि दर चौथी तिमाही में कमजोर रही है।

चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 26) के लिए रिपोर्ट में शामिल लगभग 28 प्रतिशत कंपनियों के प्रति शेयर आय (ईपीएस) पूर्वानुमान को अपग्रेड किया गया है।

रिपोर्ट के मुताबिक, इस अपग्रेड का नेतृत्व कैपिटल मार्केट्स, केमिकल, डिफेंस, मेटल और टेक्सटाइल ने किया।

--आईएएनएस

एबीएस/

Advertisment

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

      
Advertisment