मुंबई, 9 जुलाई (आईएएनएस)। शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने महाराष्ट्र में भाषा विवाद और बिहार बंद को लेकर बीजेपी पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे के बयान को निंदनीय बताया और माफी की मांग की।
उन्होंने कहा कि हिंदी या हिंदी भाषियों को लेकर कोई विवाद नहीं है। मुंबई और महाराष्ट्र में हिंदी फिल्म और टेलीविजन उद्योग फल-फूल रहा है, जहां दूसरे राज्यों से आए लोग अवसरों का लाभ उठाते हैं। कुछ लोग मराठी भाषा का अपमान कर रहे हैं, जो गलत है।
उन्होंने भाजपा और उनके सहयोगी दलों की चुप्पी पर सवाल उठाया और कहा कि बीजेपी पहले धर्म और जाति के आधार पर राजनीति करती थी, अब भाषा और प्रांतों को आपस में लड़ाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने बीजेपी विधायक संजय गायकवाड़ के एक वायरल वीडियो का जिक्र किया, जिसमें वे एक कैंटीन कर्मचारी पर कथित तौर पर हाथ उठाते दिखे। उन्होंने इसे सत्ता के अहंकार का उदाहरण बताया। साथ ही, गायकवाड़ द्वारा राहुल गांधी को दी गई धमकी और एक स्टैंड-अप कॉमेडियन के स्टूडियो में तोड़फोड़ की घटना का भी उल्लेख किया।
चतुर्वेदी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस मामले में कार्रवाई की मांग की।
उन्होंने पूछा कि क्या बीजेपी ऐसे नेताओं को शाबाशी देगी जो गरीबों पर अत्याचार करते हैं। उन्होंने महाराष्ट्र के विधायकों से इस मुद्दे पर आवाज उठाने की अपील की।
बिहार बंद पर चतुर्वेदी ने इंडिया गठबंधन का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग मनमानी कर रहा है और आधार कार्ड को मतदाता सत्यापन के लिए स्वीकार नहीं कर रहा, जबकि डोमिसाइल सर्टिफिकेट को मान्यता दी जा रही है। आधार कार्ड का उद्देश्य क्या है, अगर इसे न तो पासपोर्ट के लिए और न ही मतदाता सत्यापन के लिए स्वीकार किया जा रहा है। बीजेपी के इशारे पर चुनाव आयोग बिहार में मतदाताओं को सूची से हटा रहा है, ताकि विपक्ष के समर्थकों को कमजोर किया जाए।
--आईएएनएस
एसएचके/एबीएम
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.