जेजीयू ने ऐतिहासिक 50 लाख डॉलर की निधि के साथ की मोटवानी जडेजा इंस्टीट्यूट फॉर अमेरिकन स्टडीज की स्थापना

जेजीयू ने ऐतिहासिक 50 लाख डॉलर की निधि के साथ की मोटवानी जडेजा इंस्टीट्यूट फॉर अमेरिकन स्टडीज की स्थापना

जेजीयू ने ऐतिहासिक 50 लाख डॉलर की निधि के साथ की मोटवानी जडेजा इंस्टीट्यूट फॉर अमेरिकन स्टडीज की स्थापना

author-image
IANS
New Update
JGU establishes Motwani Jadeja Institute for American Studies with historic 5 million dollar endowment

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

सोनीपत, 30 जून (आईएएनएस)। ओ.पी. जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी (जेजीयू) ने मोटवानी जडेजा इंस्टीट्यूट फॉर अमेरिकन स्टडीज (एमजेआईएएस) की स्थापना की घोषणा की है। इसे अमेरिका की प्रमुख वेंचर कैपिटलिस्ट, उद्यमी और परोपकारी आशा जडेजा मोटवानी और मोटवानी जडेजा फैमिली फाउंडेशन की ओर से 50 लाख अमेरिकी डॉलर (लगभग 44 करोड़ रुपए) की ऐतिहासिक निधि का समर्थन प्राप्त है।

यह दूरदर्शी उपहार जेजीयू के लिए सबसे बड़े परोपकारी योगदानों और भारत में अमेरिकी अध्ययन में सबसे महत्वपूर्ण निवेशों में से एक है।

संस्थान का नाम स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के एक प्रसिद्ध कंप्यूटर वैज्ञानिक दिवंगत प्रोफेसर राजीव मोटवानी के सम्मान में रखा गया है, जिनकी सलाह ने गूगल के संस्थापकों और अनगिनत अन्य इनोवेटर्स की यात्रा को आकार देने में मदद की।

एमजीआईएएस उनकी विरासत के लिए एक स्थायी श्रद्धांजलि के रूप में काम करेगा, जबकि शिक्षा, नवाचार और भारत-अमेरिका सहयोग के लिए मोटवानी की अटूट प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाएगा।

मोटवानी जडेजा फैमिली फाउंडेशन की संस्थापक आशा जडेजा मोटवानी ने कहा, जेजीयू में मोटवानी जडेजा इंस्टीट्यूट फॉर अमेरिकन स्टडीज की स्थापना वैश्विक आख्यानों को आकार देने और स्थायी साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए शिक्षा की शक्ति में मेरे गहरे विश्वास को दर्शाती है। महान वैश्विक परिवर्तन के समय में, भारत और अमेरिका के लिए अगली पीढ़ी के विद्वानों, विचारकों और नेतृत्वकर्ताओं में निवेश करना महत्वपूर्ण है जो समझ, सहयोग और नवाचार के पुल बना सकते हैं। मैं इस दूरदर्शी पहल का समर्थन करने के लिए सम्मानित महसूस कर रही हूं और भारत में अमेरिकी अध्ययन के लिए एक विश्व स्तरीय संस्थान बनाने में जेजीयू के साथ साझेदारी करने पर गर्व करती हूं।

अपने विजन और मिशन के रूप में, एमजेआईएएस भारत-अमेरिका संबंधों को गहरा करते हुए और वैश्विक बातचीत में योगदान करते हुए अमेरिका पर शोध, शिक्षण और नीति जुड़ाव के लिए उत्कृष्टता का एक विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त केंद्र बनने की आकांक्षा रखता है।

इसके मिशन में अमेरिकी राजनीति, कानून, अर्थव्यवस्था, संस्कृति और प्रौद्योगिकी पर अंतःविषय अनुसंधान को बढ़ावा देना; भारतीय और अमेरिकी शैक्षणिक संस्थानों, थिंक टैंकों और नागरिक समाज के बीच सहयोग को सुविधाजनक बनाना; अमेरिकी वैश्विक नेतृत्व और नवाचार पारिस्थितिकी तंत्र की सार्वजनिक समझ को बढ़ाना; तुलनात्मक कानूनी और संवैधानिक छात्रवृत्ति का समर्थन करना, संकाय और छात्र आदान-प्रदान को बढ़ावा देना और भारत-अमेरिका मामलों में भविष्य के नेताओं को तैयार करना शामिल है।

संस्थान कई तरह के कार्यक्रम और पहल शुरू करेगा जिनमें वार्षिक राजीव मोटवानी मेमोरियल लेक्चर; राजीव मोटवानी फेलोशिप; अमेरिकी अध्ययन में मास्टर प्रोग्राम और भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक पर वार्षिक सम्मेलन शामिल हैं।

रणनीतिक साझेदारी में एक टेक-इनोवेशन हब; एक भारत-अमेरिका नीति परामर्श मंच; भारत-अमेरिका युवा मंच; वैश्विक चुनौतियां मंच; अध्ययन और रिपोर्ट; सामाजिक-सांस्कृतिक गतिशीलता पहल और द्विपक्षीय हितों को आगे बढ़ाने के लिए वैश्विक सूचकांक भी शामिल होगा।

जेजीयू के संस्थापक कुलपति और एमजेआईएएस के अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) सी. राज कुमार ने कहा, “यह ऐतिहासिक दान जेजीयू के लिए एक निर्णायक क्षण है। मोटवानी जडेजा इंस्टीट्यूट फॉर अमेरिकन स्टडीज भारत और अमेरिका के बीच एक शक्तिशाली पुल होगा। हम आशा जडेजा मोटवानी के दूरदर्शी परोपकार और वैश्विक भविष्य को आकार देने के लिए शिक्षा की शक्ति में विश्वास के लिए उनके आभारी हैं। जेजीयू की स्थापना हमारे संस्थापक चांसलर और परोपकारी नवीन जिंदल की परोपकारी पहल के माध्यम से की गई थी। मुझे यह जानकर बहुत खुशी हो रही है कि आशा जडेजा मोटवानी जैसे वैश्विक परोपकारी नेताओं के नेतृत्व में इस दृष्टि और कल्पना को और अधिक विस्तारित और गहरा किया जा रहा है।”

--आईएएनएस

एससीएच/एकेजे

Advertisment

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

      
Advertisment