इजरायली राजदूत ने भारत के लोगों को दीपावली की दीं शुभकामनाएं

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इजरायली राजदूत ने भारत के लोगों को दीपावली की दीं शुभकामनाएं

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IANS
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'Diwali signifies triumph of light over darkness': Israeli envoy extends wishes to people of India

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (आईएएनएस) भारत में इजरायल के राजदूत रूवेन अजार ने रविवार को दीपावली के अवसर पर भारतवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि दीपावली अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है और इसे आशा और नवीनीकरण का एक शाश्वत और सार्वभौमिक संदेश बताया।

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अजार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा किए गए एक वीडियो संदेश में कहा कि इस वर्ष इजरायल के लोग विशेष रूप से आभारी हैं क्योंकि शेष जीवित बंधक अपने परिवारों के साथ फिर से मिल गए हैं, जिससे उन्हें एकजुटता की भावना का अनुभव हो रहा है।

इजरायली दूत ने वीडियो संदेश में कहा, दीपावली के अवसर पर मैं भारत के सभी लोगों को हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। दीपावली अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है, जो आशा और नवीनीकरण का एक शाश्वत और सार्वभौमिक संदेश है। मैं और मेरा परिवार इजरायल में एक साथ रहकर इस समय को संजोकर रखेंगे। हम इस वर्ष विशेष रूप से आभारी हैं क्योंकि शेष जीवित बंधक अंततः अपने परिवारों के पास लौट आए हैं, जिससे उन्हें एकजुटता की भावना का अनुभव हो रहा है। जगमगाते दीये और जीवंत रोशनियां मेरे साथ गहराई से जुड़ती हैं, मुझे याद दिलाती हैं कि चुनौतीपूर्ण समय में भी, आशा और अच्छाई हमेशा चमकती रहेगी। दीपावली की शुभकामनाएं।

दीपावली का उत्सव शनिवार को धनतेरस के साथ शुरू हुआ। धनतेरस पर पूरे भारत में भारी खरीदारी देखी गई। कुल व्यापार का अनुमान 1 लाख करोड़ रुपए को पार कर गया, जो हाल के वर्षों में सबसे मजबूत त्योहारों में से एक है। सीएआईटी के अनुसार, अकेले सोने और चांदी की बिक्री 60,000 करोड़ रुपए से अधिक की रही, जबकि स्वदेशी उत्पादों की मांग बढ़ने से दिल्ली के बाजारों में 10,000 करोड़ रुपए से अधिक का लेनदेन दर्ज किया गया।

13 अक्टूबर को, इजरायल ने घोषणा की कि हमास के पास अब कोई भी इजरायली बंधक नहीं है, क्योंकि शेष 13 लोगों को दो साल से अधिक समय तक हमास की कैद में रहने के बाद इजरायल रक्षा बलों (आईडीएफ) को सौंप दिया गया था।

13 अक्टूबर को रिहा होने वाले बंधकों का यह दूसरा समूह था। इससे पहले सात इजरायली लोग 738 दिनों से अधिक समय तक हमास की कैद में रहने के बाद अपने देश लौट आए थे। इन सात लोगों में गली और जिव बर्मन, मतन अंगरेस्ट, एलन ओहेल, ओमरी मिरान, एतान मोर और गाय गिल्बोआ-दलाल शामिल हैं। रेड क्रॉस ने बंधकों को गाजा पट्टी में इजरायली बलों को सौंप दिया।

आईडीएफ ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, अपनी सीमाओं की ओर लौट रहे हैं। सात लौटते हुए बंधक अब गाजा पट्टी में आईडीएफ और शिन बेट बलों से मिल चुके हैं, और वे इजरायली क्षेत्र की ओर जा रहे हैं।

सेना ने कहा, आईडीएफ कमांडर और सैनिक घर लौटते हुए लौटने वालों को सलामी देते हैं और गले लगाते हैं।

उन्होंने आगे कहा, आईडीएफ प्रवक्ता जनता से जिम्मेदारी और संवेदनशीलता बरतने, लौटने वालों की गोपनीयता का सम्मान करने और आधिकारिक जानकारी का पालन करने का अनुरोध करते हैं। आईडीएफ अतिरिक्त बंधकों को स्वीकार करने के लिए तैयार है, जिन्हें बाद में रेड क्रॉस को सौंपे जाने की उम्मीद है।

इस बीच, हजारों इजरायली विशेष अवकाश प्रार्थना सभाओं के लिए नोवा स्थल पर एकत्रित हुए हैं। यह वही स्थल है जहां 7 अक्टूबर, 2023 को हमास ने कई इजरायलियों का नरसंहार किया था और सैकड़ों लोगों को बंधक बनाया था।

--आईएएनएस

डीकेपी/

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