न्यूक्लियर कार्यक्रम को लेकर ईरान के विदेश मंत्री बोले- अमेरिका के साथ निष्पक्ष वार्ता के लिए तैयार है तेहरान

न्यूक्लियर कार्यक्रम को लेकर ईरान के विदेश मंत्री बोले- अमेरिका के साथ निष्पक्ष वार्ता के लिए तैयार है तेहरान

न्यूक्लियर कार्यक्रम को लेकर ईरान के विदेश मंत्री बोले- अमेरिका के साथ निष्पक्ष वार्ता के लिए तैयार है तेहरान

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IANS
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Iran's FM says Tehran ready for 'fair, balanced' talks with Washington

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

तेहरान, 12 अक्टूबर (आईएएनएस)। ईरान के विदेश मंत्री सैयद अब्बास अराघची ने कहा कि तेहरान वाशिंगटन के साथ निष्पक्ष और संतुलित बातचीत के लिए तैयार है।

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सरकारी आईआरआईबी टीवी के साथ एक इंटरव्यू में, ईरानी विदेश मंत्री अराघची ने न्यूक्लियर मुद्दे पर अमेरिका के साथ बातचीत फिर से शुरू करने और प्रतिबंधों को हटाने को लेकर अपनी स्थिति पर विस्तार से चर्चा की।

सिन्हुआ न्यूज एजेंसी के अनुसार, अराघची ने कहा कि अगर अमेरिका ईरान के हितों की रक्षा करने में सक्षम कोई योजना पेश करता है, तो तेहरान निश्चित रूप से उस पर विचार करेगा।

उन्होंने कहा, अमेरिका के प्रति हमारा रुख हमेशा स्पष्ट रहा है। अगर वे आपसी सम्मान के आधार पर साझा हितों की रक्षा के लिए समान स्तर पर बातचीत करने को तैयार हैं और एक निष्पक्ष और संतुलित बातचीत के लिए तैयार हैं, तो हम भी ऐसी बातचीत के लिए तैयार होंगे। ईरान का परमाणु मुद्दा पश्चिम के साथ बातचीत का एकमात्र विषय होगा, और यह हमारी निश्चित स्थिति है।

ईरान के विदेश मंत्री अराघची ने कहा कि ईरान अपनी धरती पर यूरेनियम संवर्धन के अपने अधिकार को नहीं छोड़ेगा। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि उसके संवर्धित यूरेनियम का उपयोग केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए किया जाएगा।

ईरान और तीन यूरोपीय देशों- फ्रांस, ब्रिटेन, और जर्मनी के बीच वार्ता फिर से शुरू होने पर उन्होंने कहा, वर्तमान में, यूरोपीय देशों के साथ बातचीत का कोई आधार नहीं है। बता दें, फ्रांस, ब्रिटेन, और जर्मनी को सामूहिक रूप से ई3 कहा जाता है।

2015 में, ईरान ने छह प्रमुख देशों- ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, जर्मनी, रूस, और संयुक्त राज्य अमेरिका- के साथ एक परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। इसे औपचारिक रूप से संयुक्त व्यापक कार्य योजना के रूप में जाना जाता है। इस समझौते के तहत, ईरान ने प्रतिबंधों में राहत के बदले में अपने परमाणु कार्यक्रम पर प्रतिबंधों को स्वीकार किया था।

हालांकि, संयुक्त राज्य अमेरिका 2018 में इस समझौते से हट गया और प्रतिबंधों को फिर से लागू कर दिया। इससे तेहरान को अपनी कुछ प्रतिबद्धताओं में कमी करनी पड़ी।

--आईएएनएस

केके/एएस

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

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