भारत के हाउसिंग माइक्रो मार्केट ने 2021 के अंत और 2025 के मध्य तक शानदार रिटर्न दिया : रिपोर्ट

भारत के हाउसिंग माइक्रो मार्केट ने 2021 के अंत और 2025 के मध्य तक शानदार रिटर्न दिया : रिपोर्ट

भारत के हाउसिंग माइक्रो मार्केट ने 2021 के अंत और 2025 के मध्य तक शानदार रिटर्न दिया : रिपोर्ट

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IANS
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India's housing micromarkets generate impressive returns between 2021 to mid 2025: Report

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 13 अगस्त (आईएएनएस)। भारत के सबसे गतिशील हाउसिंग माइक्रो मार्केट ने 2021 के अंत और 2025 के मध्य तक निवेशकों और मकान मालिकों के लिए प्रभावशाली रिटर्न दिया है। यह जानकारी बुधवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।

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एनारॉक रिसर्च ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि कुछ इलाकों में संपत्ति की कीमतें लगभग दोगुनी हो गई हैं; जबकि अन्य इलाकों में किराए में इतनी तेजी से वृद्धि हुई है कि यह मुद्रास्फीति से कहीं ज्यादा है।

बेंगलुरु में, दो इलाकों सरजापुर रोड और थानिसांद्रा मेन रोड ने शहर की मजबूत औसत वृद्धि दर को भी पीछे छोड़ दिया है।

रेड लाइन नम्मा मेट्रो के आने से सरजापुर रोड में लोगों की दिलचस्पी बढ़ गई है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि 2021 और 2025 की दूसरी तिमाही के बीच संपत्ति की कीमतों में 79 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि औसत 2बीएचके किराया 81 प्रतिशत बढ़कर 38,000 रुपए प्रति माह हो गया।

इसी बीच, उत्तर में स्थित थानिसांद्रा मेन रोड ने भी 81 प्रतिशत पूंजीगत लाभ और 65 प्रतिशत किराए में वृद्धि के साथ इसी गति को दर्शाया है।

एनारॉक समूह के अध्यक्ष अनुज पुरी ने कहा, 2021 में शुरू हुआ सुधार दबी हुई मांग, रिकॉर्ड निम्न ब्याज दरों और महामारी के बाद घर के स्वामित्व की ओर एक संरचनात्मक बदलाव के कारण हुआ। शुरुआती सुधार के वर्षों में, प्रमुख रोजगार केंद्रों में 12-24 प्रतिशत की वार्षिक किराये में वृद्धि आम थी।

उन्होंने आगे कहा कि 2025 की पहली छमाही तक, किराये की वृद्धि राष्ट्रीय स्तर पर 7-9 प्रतिशत तक कम हो गई थी, जो अभी भी उपभोक्ता मुद्रास्फीति से आगे है, लेकिन कहीं अधिक सस्टेनेबल है।

हैदराबाद में, शहर के तकनीकी केंद्र, हाईटेक सिटी में पिछले साढ़े तीन वर्षों में संपत्ति के मूल्यों में 70 प्रतिशत और किराए में 58 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि बगल में स्थित गाचीबोवली में और अधिक उछाल आया है, जहां पूंजीगत मूल्य 87 प्रतिशत और किराए 66 प्रतिशत बढ़े हैं।

शहर के सबसे बड़े आईटी पार्क, पुणे के हिंजेवाड़ी में 2021 से कीमतों में 40 प्रतिशत और किराए में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि गुरुग्राम में सोहना रोड मजबूत कॉर्पोरेट लीजिंग और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे लिंकेज के माध्यम से बेहतर कनेक्टिविटी दोनों दुनियाओं का मिश्रण है। यहां 2021 से कीमतें 74 प्रतिशत बढ़ी हैं, जबकि किराए में 50 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

रिपोर्ट के अनुसार, नोएडा का सेक्टर-150 राष्ट्रीय स्तर पर सबसे अलग है। इसकी संपत्ति के मूल्य केवल साढ़े तीन वर्षों में 139 प्रतिशत बढ़ गए हैं।

जमीन की कमी से जूझ रहे मुंबई में बेहतर परिवहन सुविधा वाले उपनगरों में कीमतों में वृद्धि आश्चर्यजनक रही है।

मुंबई में चेंबूर, जो कभी अपेक्षाकृत कम जाना-पहचाना उपनगर था, ईस्टर्न फ्रीवे और मेट्रो लाइन के विस्तार से पूरी तरह बदल गया है। इस उपनगर में कीमतों में 53 प्रतिशत और किराए में 46 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

रिपोर्ट के अनुसार, मुंबई और ठाणे के बीच स्थित मुलुंड में भी इसी तरह का पूंजीगत लाभ (50 प्रतिशत) हुआ है, लेकिन किराए में 32 प्रतिशत की धीमी वृद्धि हुई है, जिसका एक कारण शुरुआती किराए का उच्च स्तर है।

--आईएएनएस

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