कैनबरा, 3 जून (आईएएनएस)। भारतीय मूल के 42 वर्षीय गौरव कुंदी को गिरफ्तार करते समय एडिलेड के पूर्वी उपनगर में ऑस्ट्रेलियाई पुलिस की क्रूरता सामने आई है। गिरफ्तारी के समय पुलिस अधिकारियों ने उसे जमीन पर गिराकर उसकी गर्दन को घुटने से दबा दिया, जिसके बाद वह अपनी जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहा है।
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गौरव कुंदी वर्तमान में रॉयल एडिलेड अस्पताल में हैं और सिर तथा गर्दन की गंभीर चोटों के साथ लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं।
दो बच्चों के पिता, गौरव के परिवार वालों ने दावा किया है कि गंभीर चोट के बाद वह बेहोश हो गए।
गौरव की पत्नी अमृतपाल कौर ने एक वीडियो बनाया था, जिसमें उन्हें पेनहम रोड पर जबरदस्ती ले जाते हुए दिखाया गया है। वीडियो में गौरव चिल्लाकर कह रहे हैं, मैंने कुछ भी गलत नहीं किया है। वहीं उनकी पत्नी भी रोकर बेगुनाही का दावा कर रही हैं।
कौर ने स्थानीय ऑस्ट्रेलियाई मीडिया आउटलेट 9 न्यूज से बात करते हुए बताया, सिर्फ 19 सेकंड का वीडियो बनाया क्योंकि मैं घबरा गई थी और मैं गौरव के साथ जमीन पर बैठ गई। मैं कहती रही कि वह ठीक नहीं है, प्लीज ऐसा न करें, बस एम्बुलेंस को बुलाएं।
उन्होंने कहा, डॉक्टर ने बताया है कि गौरव का ब्रेन पूरी तरह से डैमेज है। यदि उनका ब्रेन काम करे तो शायद उन्हें होश आ जाए या शायद ऐसा नहीं भी हो सके।
घटना को याद करते हुए कौर ने बताया कि गौरव के साथ तेज बहस ने गश्त कर रहे पुलिस का ध्यान खींचा और पुलिस ने गलती से इसे घरेलू हिंसा का मामला समझ लिया।
उन्होंने बताया, मैं बस बाहर गई और गौरव का पीछा किया। तुम यहां क्या कर रहे हो? चलो घर वापस चलते हैं। तुम नशे में हो। तुम्हारी तबीयत ठीक नहीं है। हम घर जाएंगे। उसने बस थोड़ा सा मुझे धक्का दिया...इस पर पुलिसकर्मियों को लगा कि वह मुझ पर हमला और सड़क पर घरेलू हिंसा कर रहा है। लेकिन पुलिस वाले गलत थे, वह बस नशे में था और इस वजह से वह तेज बोल रहा था, इसके अलावा कुछ भी नहीं था।
कौर ने बताया कि उनके पति को चोट तब लगी, जब उनके सिर को पुलिस की गाड़ी और रोड पर टकराया गया। वह जमीन पर थे तो उनके गर्दन पर घुटना मारा गया।
उन्होंने बताया कि पुलिस को मैंने गौरव की मौजूदा स्वास्थ्य स्थितियों के बारे में चेतावनी देने की कोशिश की।
उन्होंने कहा, पुलिसकर्मी ने सड़क पर उसे बुरी तरह मारा था, इसलिए उसका दिमाग डैमेज हो गया है। उसकी तबीयत ठीक नहीं है और उसका दिल काम नहीं कर रहा है। मैं बस वहीं बैठी हूं और भगवान से प्रार्थना कर रही हूं। मैं और कुछ नहीं कर सकती।
--आईएएनएस
एससीएच/एकेजे
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.