/newsnation/media/media_files/thumbnails/202508213487172-888131.jpg)
(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)
नई दिल्ली, 21 अगस्त (आईएएनएस)। एचएसबीसी ग्लोबल इन्वेस्टमेंट रिसर्च ने गुरुवार को कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं के के बीच खर्च में कुछ सुधार के कारण भारतीय आईटी सेक्टर वित्त वर्ष 27 में 6-7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज कर सकता है।
मध्यम से दीर्घावधि में, रिपोर्ट में स्थिर मुद्रा में भारतीय आईटी उद्योग के लिए 3-5 प्रतिशत चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) की उम्मीद जताई गई है।
रिपोर्ट में कहा गया है, टॉप अमेरिकी कंपनियों (भारतीय आईटी के क्लाइंट) के हालिया वित्तीय परिणाम एक बहुत ही मजबूत कारोबारी माहौल को दर्शाते हैं।
निष्कर्षों के अनुसार, हमारा मानना है कि इनमें से कई कॉर्पोरेट ग्राहक अच्छे वित्तीय प्रदर्शन के बावजूद टैरिफ अनिश्चितता और कंपनियों द्वारा निवेश रोके जाने के कारण वृहद परिवेश को लेकर अनिश्चित हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है, जैसे-जैसे कारोबारी माहौल में विश्वास बढ़ रहा है, हमें खर्च में कुछ सुधार की उम्मीद है और इसलिए वित्त वर्ष 27 में भारतीय आईटी के लिए 6-7 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान अभी भी काफी संभव है।
भारतीय आईटी सेक्टर का लगभग दो-तिहाई राजस्व एप्लिकेशन विकास, रखरखाव और परीक्षण सेवाएं प्रदान करने से आता है। पिछले कुछ वर्षों में, इस व्यवसाय की उत्पादकता में लगातार सुधार हो रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले दो-तीन वर्षों में, क्लाउड पर स्थानांतरण के बाद सुधार की एक लहर आई है। जैसे-जैसे पुराने उच्च रखरखाव वाले एप्लिकेशन माइक्रो-सर्विसेज में परिवर्तित हुए और क्लाउड पर होस्ट किए गए, डाउनस्ट्रीम रखरखाव कार्य में कमी आई है। हाल के महीनों में, विकास लागत पर एआई के प्रभाव ने राजस्व वृद्धि को प्रभावित किया है। हमारा मानना है कि अगले दो-तीन वर्षों में इस प्रवृत्ति में कोई खास बदलाव होने की संभावना नहीं है।
ग्लोबल आईटी खर्च में भारतीय आईटी का हिस्सा अब काफी महत्वपूर्ण है (राजस्व में लगभग 20 प्रतिशत और मात्रा में 35-40 प्रतिशत) और उसी गति से बढ़ना मुश्किल है। वृद्धिशील राजस्व वृद्धि पिछले वर्षों के अनुरूप है।
रिपोर्ट में कहा गया है, सूचीबद्ध बड़ी कंपनियों के नजरिए से, जीसीसी (ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स) का प्रभाव संरचनात्मक रहा है और इसके उलट होने की संभावना कम है। हालांकि, हम जीसीसी में वृद्धि में कुछ नरमी देख रहे हैं, लेकिन इस चक्र के उलट होने की संभावना कम है।
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी कंपनियों के मजबूत नतीजों के साथ हमें उम्मीद है कि मांग में कुछ तेजी आएगी क्योंकि कंपनियों को प्रतिस्पर्धी बने रहने के लिए तकनीक में निवेश जारी रखना होगा। इसलिए, हमारा मानना है कि वित्त वर्ष 2027 में 6-7 प्रतिशत की वृद्धि दर में सुधार अभी भी संभव है।
--आईएएनएस
एसकेटी/
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.