'भारत' वैश्विक स्तर पर सबसे गतिशील फिनटेक बाजारों में से एक के रूप में उभर रहा

'भारत' वैश्विक स्तर पर सबसे गतिशील फिनटेक बाजारों में से एक के रूप में उभर रहा

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IANS
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Mumbai: Prime Minister Narendra Modi attends the Global FinTech Fest

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 2 जून (आईएएनएस)। भारत मोबाइल फर्स्ट सॉल्यूशन, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (यूपीआई, आधार, अकाउंट एग्रीगेटर) और विनियामक स्पष्टता के संयोजन से वैश्विक स्तर पर सबसे गतिशील फिनटेक बाजारों में से एक के रूप में उभरा है। यह जानकारी सोमवार को आई एक रिपोर्ट में दी गई।

क्यूईडी इन्वेस्टर्स और बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) की रिपोर्ट के अनुसार, बढ़ती ऋण की मांग के कारण 2024 में फिनटेक-लेड डिजिटल लेंडिंग 35 प्रतिशत सीएजीआर की दर से बढ़ा।

यूपीआई जैसे टूल्स ने डिजिटल लेंडिंग से लेकर पेमेंट तक में फिनटेक इनोवेशन की एक नई लहर को जन्म दिया है। खासकर वंचित और बिना बैंक अकाउंट वाले लोगों को इससे लाभ पहुंच रहा है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि बड़े पैमाने पर इनोवेशन और फाइनेंशियल इंक्लूशन को गति मिली है, जिससे भारत वैश्विक निवेशकों और घरेलू फिनटेक प्लेयर्स दोनों के लिए प्रमुख आकर्षण बन गया है।

भारत भविष्य के फिनटेक निवेश के लिए तैयार शीर्ष भौगोलिक क्षेत्रों में से एक है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि निवेशकों को भारत जैसे उच्च-विकास वाले क्षेत्रों में पूंजी का विविधीकरण करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जिसमें एआई इंटीग्रेशन और अनुशासित पैमाने पर जोर दिया जाता है।

भारत का समृद्ध मध्यम वर्ग वर्तमान में जनसंख्या का 31 प्रतिशत है और 2031 तक इस वर्ग के 40 प्रतिशत (लगभग 600 मिलियन) तक बढ़ने का अनुमान है। यह जनसांख्यिकीय बदलाव रिटेल, उपभोग और एसएमई सेक्टर में ऋण के लिए उपभोक्ता मांग में वृद्धि को बढ़ावा दे रहा है।

क्यूईडी इन्वेस्टर्स के पार्टनर और एशिया प्रमुख संदीप पाटिल ने कहा, भारत ग्लोबल फिनटेक परिदृश्य में एक यूनिक इंफ्लेक्शन पॉइंट पर खड़ा है। यूपीआई, आधार, अकाउंट एग्रीगेटर और तकनीक-प्रेमी मोबाइल-फर्स्ट आबादी जैसे डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर में मजबूत नींव के साथ, देश ने पहले ही दिखा दिया है कि कैसे इनोवेशन बड़े पैमाने पर फाइनेंशियल इंक्लूशन को आगे बढ़ा सकता है।

आगे बढ़ते हुए सफलता को बनाए रखने के लिए फिनटेक को इनोवेशन के साथ अनुशासित निष्पादन के साथ जोड़ना होगा।

पाटिल ने कहा, अनुशासित निष्पादन का मतलब विश्वास बनाना, लाभप्रदता प्रदर्शित करना और परिपक्वता के साथ विकसित हो रहे नियामक परिदृश्य को नेविगेट करना है। भारतीय बाजार एक बड़ा, गतिशील और कम पहुंच वाला है, जो इसे अगले दशक में ग्लोबल फिनटेक के लिए परिभाषित क्षेत्रों में से एक होने के लिए अच्छी स्थिति में लाता है।

वैश्विक स्तर पर 2024 में फिनटेक राजस्व में 21 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि 2023 में 13 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई थी।

बीसीजी के प्रबंध निदेशक और वरिष्ठ भागीदार दीपक गोयल ने कहा, बड़े पैमाने पर फिनटेक का एक वर्ग परिपक्व हो रहा है। निवेशक अधिक परिपक्वता की मांग कर रहे हैं और नियामक अधिक जवाबदेही चाहते हैं।

उन्होंने कहा, इस बीच उभरते हुए प्लेयर्स एजेंटिक एआई जैसी नेक्स्ट-जनरेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर रहे हैं और नए बिजनेस मॉडल को विकसित कर रहे हैं। इससे पहले से स्थापित प्लेयर्स को लगातार इनोवेशन करने की प्रेरणा मिल रही है।

--आईएएनएस

एसकेटी/एबीएम

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