पहली बार नामीबिया जाएंगे पीएम मोदी, द्विपक्षीय रिश्तों और आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाई देने की तैयारी

पहली बार नामीबिया जाएंगे पीएम मोदी, द्विपक्षीय रिश्तों और आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाई देने की तैयारी

पहली बार नामीबिया जाएंगे पीएम मोदी, द्विपक्षीय रिश्तों और आर्थिक सहयोग को नई ऊंचाई देने की तैयारी

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IANS
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Johannesburg : PM Modi participates in the BRICS-Africa Outreach and BRICS Plus Dialogue

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 30 जून (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार नामीबिया जाएंगे। यह दौरा दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को नया आयाम देने और आर्थिक सहयोग को गहराने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।

पीएम मोदी का यह दौरा नामीबिया की नव-निर्वाचित राष्ट्रपति नेटुम्बो नांदी-नदाइटवाह के कार्यभार संभालने के बाद किसी भी राष्ट्राध्यक्ष की पहली राजकीय द्विपक्षीय यात्रा है।

विदेश मंत्रालय ने सोमवार को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 9 जुलाई को नामीबिया पहुंचेंगे। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की नामीबिया की तीसरी आधिकारिक यात्रा होगी और खुद पीएम मोदी का पहला नामीबिया दौरा होगा।

यह यात्रा प्रधानमंत्री मोदी के पांच देशों के दौरे का अंतिम चरण है, जिसमें वे इससे पहले घाना (2-3 जुलाई), त्रिनिदाद और टोबैगो (3-4 जुलाई), अर्जेंटीना (4-5 जुलाई) और ब्राजील (5-8 जुलाई) का दौरा करेंगे।

नामीबिया में प्रधानमंत्री मोदी राष्ट्रपति नांदी-नदाइटवाह से द्विपक्षीय वार्ता करेंगे और देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. सैम नुजोमा को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। इसके अलावा वे नामीबिया की संसद को भी संबोधित कर सकते हैं।

विदेश मंत्रालय के आर्थिक संबंध सचिव डाम्मू रवि ने बताया कि भारत और नामीबिया के बीच व्यापार लगभग 600 मिलियन डॉलर है, जो थोड़े से भारत के पक्ष में है। भारत ने अब तक नामीबिया में लगभग 800 मिलियन डॉलर का निवेश किया है, जो मुख्यतः खनिज संसाधनों, ज़िंक और हीरा प्रसंस्करण के क्षेत्र में है।

भारत और नामीबिया के बीच गहरे ऐतिहासिक संबंध हैं। भारत ने नामीबिया की स्वतंत्रता से पहले ही 1946 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में इस मुद्दे को उठाया था। वर्ष 1986 में नामीबिया ने अपना पहला विदेशी मिशन भारत के नई दिल्ली में खोला, जो अपने आप में ऐतिहासिक कदम था।

भारत ने हाल के वर्षों में नामीबिया से कुछ चीते मंगवाकर उन्हें मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में बसाया, जो कि द्विपक्षीय सहयोग का एक सफल उदाहरण है।

दोनों देशों के बीच डिजिटल भुगतान प्रणाली यूपीआई की तकनीक को लेकर भी समझौता हुआ है। नामीबिया के केंद्रीय बैंक और भारत की नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन (एनपीसीआई) के बीच हुए इस समझौते को पीएम मोदी की यात्रा के दौरान और आगे बढ़ाया जाएगा।

नामीबिया में यूरेनियम, कॉपर, कोबाल्ट, लिथियम, ग्रेफाइट और टैंटलम जैसे खनिज संसाधनों की भरमार है, जो भारत के लिए रणनीतिक रूप से बेहद अहम हैं। हाल ही में वहां नए तेल भंडार भी खोजे गए हैं, जिनके संबंध में ऊर्जा साझेदारी पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।

भारत और नामीबिया पर्यावरण, जैव विविधता, रक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा, व्यापार, हीरा प्रसंस्करण, ऊर्जा और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में सहयोग करते आए हैं। पीएम मोदी की यह यात्रा दोनों लोकतांत्रिक देशों के रिश्तों को और गहरा और व्यापक बनाएगी।

--आईएएनएस

डीएससी/

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