आईएमएफ द्वारा जीडीपी वृद्धि दर अनुमान बढ़ाना, पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत के मजबूत विकास का प्रतीक : पीयूष गोयल

आईएमएफ द्वारा जीडीपी वृद्धि दर अनुमान बढ़ाना, पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत के मजबूत विकास का प्रतीक : पीयूष गोयल

आईएमएफ द्वारा जीडीपी वृद्धि दर अनुमान बढ़ाना, पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत के मजबूत विकास का प्रतीक : पीयूष गोयल

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IANS
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IMF’s GDP growth upgrade reaffirms India’s robust growth story under PM Modi: Piyush Goyal

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 15 अक्टूबर (आईएएनएस)। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच भारत की जीडीपी वृद्धि दर पर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा किया गया नवीनतम सुधार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत के तेज और मजबूत विकास को दिखाता है।

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राष्ट्रीय राजधानी में एक कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए, गोयल ने कहा कि भारत के लिए यह गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश तेज गति से प्रगति कर रहा है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा, आईएमएफ के नवीनतम अनुमानों के अनुसार भारत की विकास दर चालू वित्त वर्ष में 6.6 प्रतिशत तक पहुंच जाएगी, जो पहले के 6.4 प्रतिशत के अनुमान से अधिक है। मुझे विश्वास है कि वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में 7.8 प्रतिशत की जीडीपी वृद्धि दर आगे भी जारी रहेगी और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था बना रहेगा।

इसके अलावा, आईएमएफ के अनुसार, इस वर्ष वैश्विक विकास दर 3.2 प्रतिशत रहेगी, जबकि पिछले वर्ष यह 3.3 प्रतिशत थी। गोयल ने कहा, भारत की विकास दर इससे लगभग दोगुनी होगी।

आईएमएफ ने भारत के निर्यात पर अमेरिका द्वारा टैरिफ लगाने के बावजूद, वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि अनुमान को पहले के 6.4 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया है।

आईएमएफ ने अपने वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक में कहा कि वृद्धि दर में इजाफा पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था के मजबूत प्रदर्शन के कारण किया गया है।

वित्त वर्ष 2025-26 की अप्रैल-जून तिमाही में, भारत कम से कम एक वर्ष में सबसे तेज गति से बढ़ा, मजबूत निजी खपत के दम पर जीडीपी विकास दर 7.8 प्रतिशत दर्ज की गई थी।

सरकार द्वारा व्यापक जीएसटी सुधारों को लागू करने और उपभोक्ता वस्तुओं एवं सेवाओं पर कर दरों में कमी के साथ, घरेलू मांग में और तेजी आने की उम्मीद है। इससे अमेरिकी टैरिफ वृद्धि के कारण भारतीय वस्तुओं की बाहरी मांग पर पड़े नकारात्मक प्रभाव की भरपाई होने की उम्मीद है।

आईएमएफ ने यह भी अनुमान लगाया है कि उभरते बाजारों और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं की वृद्धि दर 2024 में 4.3 प्रतिशत से घटकर 2025 में 4.2 प्रतिशत और 2026 में 4 प्रतिशत हो जाएगी।

जीएसटी 2.0 सुधारों पर, गोयल ने कहा कि जीएसटी दरों में कमी की घोषणा के बाद, लोग ज्यादा से ज्यादा खरीदारी कर रहे हैं।

--आईएएनएस

एबीएस/

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