इंदौर, 19 जून (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी से निपटने के लिए पुलिस को खुली छूट दे दी है। उन्होंने कहा कि कादरी को जल्द ही सलाखों के पीछे डाला जाएगा।
कादरी पर कथित तौर पर फंडिंग के जरिए धर्म परिवर्तन कराने में संलिप्तता का मामला दर्ज किया गया है। इंदौर पुलिस ने बताया कि कांग्रेस पार्षद को पकड़ने के लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन कादरी पिछले चार दिनों से फरार है।
उसके खिलाफ 16 जून को बाणगंगा थाने में एफआईआर भी दर्ज की गई है। इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने इंदौर पुलिस को कादरी को जल्द से जल्द खोजने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री ने कादरी का नाम लिए बिना कहा, मैंने पुलिस को उसे जल्द से जल्द खोजने के लिए कहा है। जो लोग अपराध करते हैं, उन्हें कानून के मुताबिक सजा दी जाएगी। मैंने पुलिस को खुली छूट दी है। वे ऐसे अपराधियों के खिलाफ जो चाहें कर सकते हैं।
पुलिस के मुताबिक, कादरी के खिलाफ इंदौर के बाणगंगा थाने में दो लोगों शाहिल शेख और अल्ताफ अली के बयान के आधार पर मामला दर्ज किया गया है। इन दोनों को हिंदू महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने और उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
एक कथित वीडियो में, गिरफ्तार आरोपी शेख और शाह को एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा पूछताछ करते हुए देखा गया, और दावा किया गया कि उन्हें कादरी द्वारा एक हिंदू महिला से शादी करने के लिए क्रमशः 2 लाख और 1 लाख रुपए का भुगतान किया गया था।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि पुरुषों पर शुरू में बलात्कार के आरोपों के तहत मामला दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में आपराधिक साजिश और मध्य प्रदेश धर्म की स्वतंत्रता अधिनियम, 2021 के प्रावधानों से संबंधित धाराओं को लागू किया गया। इस मामले में कादरी को भी आरोपी बनाया गया था।
विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के सदस्यों ने इंदौर भाजपा इकाई के साथ मिलकर कांग्रेस नेता अनवर कादरी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर बाणगंगा पुलिस स्टेशन पर विरोध प्रदर्शन किया था।
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