गुटेरेस ने यूएन के सदस्य देशों से इमरजेंसी रिस्पॉन्स फंड में योगदान देने का आग्रह किया

गुटेरेस ने यूएन के सदस्य देशों से इमरजेंसी रिस्पॉन्स फंड में योगदान देने का आग्रह किया

गुटेरेस ने यूएन के सदस्य देशों से इमरजेंसी रिस्पॉन्स फंड में योगदान देने का आग्रह किया

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IANS
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Guterres urges UN member states to contribute to emergency response fund

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

संयुक्त राष्ट्र, 10 दिसंबर (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के सेक्रेटरी-जनरल एंटोनियो गुटेरेस ने यूएन सदस्य देशों से सेंट्रल इमरजेंसी रिस्पॉन्स फंड (सीईआरएफ) में योगदान देने की अपील की, ताकि लाखों लोगों के लिए उम्मीद जिंदा रखी जा सके जो हम पर निर्भर हैं।

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समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, गुटेरेस ने 2026 के लिए सीईआरएफ पर कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा, हम बहुत मुश्किल समय में मिल रहे हैं, क्योंकि मानवीय जरूरतें बढ़ रही हैं और संकट कई गुना बढ़ रहे हैं।

उन्होंने कहा कि सीईआरएफ दुनिया की संस्था का लचीला, पहला रिस्पॉन्डर फंड है, लेकिन मानवीय सिस्टम फिलहाल खाली है।

संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के अनुसार, 2006 से, सीईआरएफ ने 100 से ज्यादा देशों में जीवन रक्षक सहायता के रूप में लगभग 10 बिलियन डॉलर प्रदान किए हैं। इससे 20 से ज्यादा संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और सैकड़ों भागीदारों के साथ काम करते हुए यूएन हर साल लाखों लोगों तक पहुंच रहा है।

उन्होंने कहा कि अकेले इस साल, सीईआरएफ ने अफगानिस्तान से सोमालिया और उससे आगे तक, उपेक्षित और कम वित्त पोषित आपात स्थितियों के लिए लगभग 110 मिलियन डॉलर आवंटित किए हैं।

उन्होंने कहा कि गाजा में मानवीय पहुंच खुलते ही फंड ने कदम बढ़ाया और सूडान में 2.5 मिलियन लोगों के लिए समर्थन बढ़ाने में मदद की। जैसे ही तूफान मेलिसा कैरिबियन के पास पहुंचा, फंड ने देशों को जल्दी कार्रवाई करने में मदद की; फंड ने निकासी सहायता और जरूरी सामान प्रदान किया, जिसने परिवारों को तूफान आने से पहले कीमती समय दिया।

गुटेरेस ने कहा, यह आज भी हमारा सबसे अच्छा और तेज तरीका है। इसकी अच्छी निगरानी होती है और पैसा ठीक उसी जगह और ठीक उसी समय पहुंच जाता है, जहां और जब सबसे ज्यादा जरूरत होती है।

हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि मानवीय सिस्टम आज अपनी सबसे बड़ी परीक्षा का सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि पूरे सिस्टम में, हम हर डॉलर को जितना हो सके उतना इस्तेमाल कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि 2025 में, दानदाताओं का योगदान तेजी से गिरा और इस साल अनुमानित योगदान 2015 के बाद से सबसे कम रहने की उम्मीद है।

गुटेरेस ने कहा, यह वह समय है जब हमसे कम संसाधनों के साथ ज्यादा से ज्यादा करने के लिए कहा जा रहा है। उन्होंने सदस्य देशों से संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा समर्थित सीईआरएफ के लिए 1 बिलियन डॉलर के लक्ष्य तक पहुंचने और आने वाले वर्षों के लिए मानवीय फंडिंग को अनुमानित बनाए रखने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा, 20 साल पहले सीईआरएफ बनाते समय, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय ने एक सीधा सा वादा यही किया था कि जब आपदा आएगी, तो मदद मिलेगी।

--आईएएनएस

एससीएच/एएस

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

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