लोकल स्टार्टअप और एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए सरकार और हाफेल इंडिया ने समझौता ज्ञापन पर किए हस्ताक्षर

लोकल स्टार्टअप और एमएसएमई को बढ़ावा देने के लिए सरकार और हाफेल इंडिया ने समझौता ज्ञापन पर किए हस्ताक्षर

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IANS
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Govt ropes in Hafele India to boost local startups, MSMEs (Representational Image)

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

नई दिल्ली, 8 मई (आईएएनएस)। केंद्र के उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) और हाफेल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने प्रोडक्ट स्टार्टअप, एमएसएमई और उद्यमियों को सशक्त बनाते हुए भारत के मैन्युफैक्चरिंग और इनोवेशन इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया। यह जानकारी गुरुवार को एक आधिकारिक बयान जारी कर दी गई।

इस समझौता ज्ञापन पर डीपीआईआईटी के निदेशक सुमीत जारंगल और हाफेल इंडिया के प्रबंध निदेशक (दक्षिण एशिया) फ्रैंक श्लोएडर ने दोनों संगठनों के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए।

यह हस्ताक्षर की तारीख से दो साल की अवधि के लिए प्रभावी रहेगा, जिसमें आपसी समझौते के आधार पर विस्तार की गुंजाइश है।

इस रणनीतिक सहयोग के तहत हाफेल, लक्षित निवेश, मार्गदर्शन और ग्लोबल वैल्यू चेन में इंटीग्रेशन के जरिए प्रोडक्ट इनोवेशन, लोकल सोर्सिंग और उद्यमिता का समर्थन करने वाली पहलों को आगे बढ़ाएगा।

बयान में कहा गया है कि यह साझेदारी मजबूत लोकल सप्लाई चेन बनाने और भारत के ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनने के विजन को गति देने की साझा प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

हाफेल इंफ्रास्ट्रक्चर, सप्लायर विकास के अवसरों, टेक्निकल सहयोग और बाजार तक पहुंच प्रदान कर स्टार्टअप और एमएसएमई को अपना समर्थन बढ़ाएगा।

जर्मन कंपनी ने पहले ही भारतीय उपकरण निर्माण स्टार्टअप में 2.5 मिलियन डॉलर से अधिक की प्रतिबद्धता जताई है और आर्किटेक्चरल हार्डवेयर और फर्नीचर फिटिंग के भारतीय एमएसएमई निर्माताओं को खरीद ऑर्डर बढ़ाए हैं।

डीपीआईआईटी स्टार्टअप इंडिया के माध्यम से इकोसिस्टम तक पहुंच की सुविधा प्रदान करेगा, जिससे स्टार्टअप कनेक्शन, कार्यक्रम भागीदारी और सह-ब्रांडिंग सक्षम होगी।

डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव संजीव ने कहा, हाफेल इंडिया के साथ साझेदारी सहयोगी औद्योगिक इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के हमारे दृष्टिकोण का उदाहरण है। यह मेक इन इंडिया विजन से जुड़े सस्टेनेबल मैन्युफैक्चरिंग विकास को आगे बढ़ाने के लिए ग्लोबल बेस्ट प्रैक्टिस और लोकल उद्यमशीलता ऊर्जा को एक साथ लाता है।

हाफेल के दक्षिण एशिया, प्रबंध निदेशक श्लोएडर ने कहा, हम मानते हैं कि भारत की इनोवेशन और मैन्युफैक्चरिंग क्षमता बेजोड़ है। इस समझौता ज्ञापन के माध्यम से, हम भारतीय उद्यमियों और स्टार्टअप के साथ अपने जुड़ाव को गहरा करने के लिए उत्साहित हैं। साथ ही हम भारत के आज के विजन इंडिया फॉर इंडिया और कल के विजन इंडिया फॉर द वर्ल्ड की दिशा में मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं।

हाफेल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड भारतीय बाजार में सक्रिय रूप से शामिल रहते हुए फर्नीचर और रसोई फिटिंग पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। साथ ही उपकरणों में विस्तार कर रहा है।

क्रिसिल रेटिंग्स ने हाफेल इंडिया की रेटिंग की पुष्टि की है, जो फर्नीचर और फिटिंग सेगमेंट में कंपनी की वृद्धि को दर्शाती है।

--आईएएनएस

एसकेटी/एबीएम

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