/newsnation/media/media_files/thumbnails/202509243519886-785844.jpg)
(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)
नई दिल्ली, 24 सितंबर (आईएएनएस)। आने वाले समय में जेनरेटिव एआई (जेनएआई) लोगों की कार खरीदारी के तरीके को भी बदलता नजर आएगा। बुधवार को आई एक रिपोर्ट के अनुसार, 2030 तक, दुनिया भर में सालाना आधार पर 40-50 मिलियन से अधिक कार खरीदारी पर एआई-पावर्ड असिस्टेंट का सीधा असर पड़ता नजर आएगा।
ओपनएआई के साथ बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप (बीसीजी) द्वारा साझेदारी में एकत्रित आंकड़ों से पता चलता है कि जो कार निर्माता ग्राहक अनुभव में जेनएआई को जल्द से जल्द से शामिल करेंगे, उनकी बिक्री 2030 तक 20 प्रतिशत तक बढ़ सकती है।
विल एआई बिकम द बेस्ट कार सेल्स एडवाइजर टाइटल की स्टडी के अनुसार, क्योंगि ग्राहक बेहतर और एआई-ड्रिवन एक्सपीरियंस देने वाली कंपनियों की ओर रुख करेंगे। ऐसे में वे कंपनियां जो कि इस बदलते ट्रेंड को अपनाने में पीछे रहेंगी, उन्हें 15 प्रतिशत तक राजस्व का नुकसान हो सकता है।
बीसीजी में ऑटोमोटिव और इंडस्ट्रियल गुड्स प्रैक्टिस के लिए भारत के लीडर, नाटाराजन शंकर ने कहा कि जेनएआई न केवल बिक्री बढ़ाएगा बल्कि कार खरीदने को अधिक पारदर्शी, आसान और पर्सनलाइज्ड बनाकर ग्राहकों का भरोसा भी बनाए रखेगा।
उन्होंने कहा कि एशिया जैसे तेजी से बढ़ते बाजारों में इसे अपनाने की गति ही तय करेगी कि कौन सा ऑटोमेकर रेस में आगे बना रहेगा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जेनएआई असिस्टेंट न्यूट्रल, ब्रांड-स्वतंत्र सलाहकार के रूप में काम करेंगे।
एआई ग्राहकों को व्हीकल कॉन्फिगर करने, फाइनेंसिंग ऑप्शन की तुलना करने और यहां तक कि टेस्ट ड्राइव शेड्यूल करने में मदद करते नजर आएंगे।
यह बदलाव पारंपरिक ब्रांड लॉयल्टी को कमजोर कर सकता है, क्योंकि ग्राहक ब्रांड इमेज के बजाय इलेक्ट्रिक वाहन की रेंज, कीमत और लाइफसाइकल एमिशन जैसे प्रैक्टिकल फैक्टर्स पर अधिक ध्यान देने लगेंगे।
रिपोर्ट में सुझाव दिया गया है कि ऑटोमेकर एआई-पावर्ड प्लेटफॉर्म पर अपनी विजिबिलिटी सुनिश्चित कर, मल्टी-ब्रांड मार्केटप्लेस के साथ सहयोग कर और हाइपर-पर्सनलाइज्ड खरीदारी अनुभव प्रदान करने के लिए अपने खुद के ब्रांडेड एआई असिस्टेंट बनाकर रेस में आगे बने रह सकते हैं।
--आईएएनएस
एसकेटी/
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.