हैजा के बढ़ते खतरे और विस्थापन के कारण सूडान में मानवीय जरूरतें बढ़ीं : संयुक्त राष्ट्र

हैजा के बढ़ते खतरे और विस्थापन के कारण सूडान में मानवीय जरूरतें बढ़ीं : संयुक्त राष्ट्र

author-image
IANS
New Update
Displacement, cholera drive up humanitarian needs in Sudan: UN

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

संयुक्त राष्ट्र, 5 जून (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र प्रवक्ता के अनुसार, संघर्ष के कारण विस्थापन और हैजा के प्रसार के चलते सूडान में मानवीय आवश्यकताएं बढ़ती जा रही हैं।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि अकेले खार्तूम राज्य में लगभग 9,700 लोग हाल ही में संघर्ष के कारण विस्थापित हुए हैं।

दक्षिण कोर्डोफन में पिछले सप्ताह अल कुओज इलाके के डिबेबत शहर में भीषण झड़पों के कारण 9,000 से अधिक लोग पलायन कर गए। बुधवार को आईओएम के हवाले से उन्होंने कहा कि स्थिति अभी भी बहुत अस्थिर बनी हुई है। इसके साथ ही पिछले सप्ताह ही उत्तरी दारफुर राज्य के अबू शौक शिविर और एल फशेर कस्बे से लगभग 600 लोग विस्थापित हुए हैं।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, हैजा के बढ़ते प्रकोप के बारे में प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर में नील नदी राज्य में दैनिक मामले लगातार बढ़ रहे हैं, हालांकि खार्तूम राज्य में मामलों में कमी आ रही है।

दुजारिक ने कहा कि पिछले दो हफ्तों में ही रिवर नील राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने 180 से ज्‍यादा कम्‍यूलेटिव मामले और चार मौतों की सूचना दी है। कुल मामलों में से 55 दूसरे राज्यों से आए थे।

उन्होंने कहा कि कई संस्‍थाओं ने चेतावनी दी है कि निरंतर विस्थापन, क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे और सुरक्षित जल तक सीमित पहुंच के कारण संक्रमण में तेजी आ रही है।

उन्होंने कहा कि हजारों विस्थापित लोग अब ब्लू नाइल राज्य में लौट रहे हैं और उन्हें तत्काल सहायता की जरूरत है। उनके पास भोजन, स्वच्छ पानी, स्वास्थ्य सेवा, आश्रय और शिक्षा की कमी है।

मानवीय संगठन सूडान में लोगों की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। लेकिन, प्रवक्ता ने कहा कि असुरक्षा, पहुंच संबंधी बाधाएं और महत्वपूर्ण वित्तीय कमी प्रतिक्रिया को कमजोर कर रही है।

उन्होंने कहा, हम आगे बढ़ने के लिए एक बार फिर, हम शत्रुता को तत्काल समाप्त करने, सीमाओं और संघर्ष रेखाओं के पार बिना रूकावट मानवीय पहुंच, नागरिकों की सुरक्षा, तथा वित्तपोषण बढ़ाने का आह्वान करते हैं।

--आईएएनएस

एएसएच/जीकेटी

Advertisment

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

      
Advertisment