नई दिल्ली, 7 जून (आईएएनएस)। ग्रैंडमास्टर एस.एल. नारायणन, तीन बार के दिल्ली जीएम चैंपियन अभिजीत गुप्ता और लेवन पंत्सुलिया (जॉर्जिया) और मैनुअल पेट्रोसियन (आर्मेनिया) जैसे शीर्ष अंतरराष्ट्रीय नाम 7 जून से नई दिल्ली के टिवोली गार्डन्स में शुरू होने वाले 21वें दिल्ली अंतरारष्ट्रीय जीएम ओपन शतरंज टूर्नामेंट का मुख्य आकर्षण होंगे।
शतरंज के इस टूर्नामेंट में 25 देशों के 2500 से अधिक खिलाड़ी भाग लेते हैं। यहां खेल के शीर्ष और चैंपियन खिलाड़ियों को चुनौती दी जाती है तो वहीं भविष्य के खिलाड़ियों को तैयार करने का भी यह एक बड़ा मंच है। इसी वजह से इस आयोजन को एशिया की श्रेष्ठतम शतरंज प्रतियोगिता माना जाता है।
इस साल की लाइनअप में शीर्ष वरीयता प्राप्त नारायणन (एफआईडीई 2600) शामिल हैं, जो क्लासिक खेल में अपनी सटीकता के लिए जाने जाते हैं। उनके साथ अभिजीत गुप्ता, जीएम दिप्तायन घोष और राष्ट्रीय चैंपियन जीएम वेंकटरमन कार्तिक जैसे नाम भारतीय दल में शामिल होंगे।
श्रेणी ए, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रेटेड खिलाड़ियों के लिए खुली है, जिसमें 24 जीएम और 21 आईएम शामिल हैं, जिसमें लुका पैचाद्जे (जॉर्जिया) जैसे असाधारण विदेशी प्रतिभागी प्रतिस्पर्धा को और भी कड़ा और रोमांचक बना रहे हैं। इस खंड में 51 लाख रुपये का पुरस्कार है।
बांग्लादेश की 80 वर्षीय अनुभवी और 20 बार की राष्ट्रीय चैंपियन, डब्ल्यूआईएम रानी हामिद भी दिल्ली आई हैं। वह एशिया की सबसे लंबे समय तक शतरंज खेलने वाली अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों में से एक हैं।
इस अवसर पर दिल्ली शतरंज संघ के अध्यक्ष भरत सिंह चौहान ने कहा, पिछले कुछ वर्षों में, हमने खिलाड़ियों को न केवल एक मंच देकर, बल्कि निरंतरता और देखभाल पर आधारित उच्च प्रदर्शन वाले माहौल का निर्माण करके उन्हें निखारा है। गुकेश और अर्जुन सहित भारत के कई बेहतरीन खिलाड़ी इसी सिस्टम से विकसित हुए हैं। रानी हामिद जैसे दिग्गजों और नारायणन जैसे सितारों के साथ, इस वर्ष का संस्करण दक्षिण एशियाई शतरंज की सीमा, ताकत और आत्मा को दर्शाता है।”
दिल्ली जीएम ओपन ने शीर्ष प्रतिभाओं के लिए लॉन्च पैड के रूप में अच्छी ख्याति अर्जित की है। अर्जुन एरिगैसी, रमेशबाबू प्रग्गनानंदा और अरविंद चिदंबरम ने यहां अपनी धार को और तेज किया, जबकि गुकेश डोमाराजू ने इस टूर्नामेंट में अपना अंतिम जीएम मानदंड अर्जित किया और मात्र 12 वर्ष की आयु में दुनिया के सबसे युवा ग्रैंडमास्टर बने। 2025 का संस्करण उस विरासत को जारी रखने के लिए आयोजित हो रहा है।
श्रेणी बी (अंडर-1900) और श्रेणी सी (अंडर-1700) में से प्रत्येक में 35 लाख रुपये का पुरस्कार है, जिसमें कुल मिलाकर 2,000 से अधिक खिलाड़ी भाग लेंगे। सभी खेल एफआईडीई स्विस सिस्टम नियमों के तहत क्लासिकल टाइम कंट्रोल फॉर्मेट का पालन करेंगे, जिसमें प्रत्येक सेक्शन में 10 राउंड होंगे।
--आईएएनएस
पीएके/एएस
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.