ग्रीनलैंड के खिलाफ कथित जासूसी रिपोर्ट को लेकर डेनमार्क फिक्रमंद, अमेरिकी राजदूत को कर सकता है तलब

ग्रीनलैंड के खिलाफ कथित जासूसी रिपोर्ट को लेकर डेनमार्क फिक्रमंद, अमेरिकी राजदूत को कर सकता है तलब

author-image
IANS
New Update
Danish Foreign Minister to summon US Ambassador over reported espionage against Greenland

(source : IANS) ( Photo Credit : IANS)

ओस्लो, 8 मई (आईएएनएस)। डेनमार्क के विदेश मंत्री लार्स लोके रासमुसेन ने कहा है कि वह डेनमार्क में अमेरिकी राजदूत को समन करेंगे। ये फैसला उन्होंने मीडिया में ऐसी खबरें प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद लिया है जिसमें कहा गया कि वाशिंगटन, ग्रीनलैंड को निशाना बनाकर जासूसी गतिविधियां बढ़ा रहा है।

यह कदम उस रिपोर्ट के बाद लिया गया जो वॉल स्ट्रीट जर्नल ने मंगलवार को छापी गई। जिसमें कहा गया था कि अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को ग्रीनलैंड और डेनमार्क में ऐसे व्यक्तियों की पहचान करने के निर्देश दिए गए हैं जो आर्कटिक द्वीप के लिए अमेरिकी रणनीतिक उद्देश्यों को सपोर्ट करते हैं।

रासमुसेन ने बुधवार को पोलैंड के वारसॉ में विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए जाते समय डेनिश प्रसारक डीआर से कहा, मैंने लेख पढ़ा है, और यह मैं इससे फिक्रमंद हूं - क्योंकि हम दोस्तों के बीच जासूसी नहीं करते हैं।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, रासमुसेन ने स्वीकार किया कि रिपोर्ट की पुष्टि नहीं की जा सकती, तथा उन्होंने कहा कि अमेरिकी अधिकारियों ने इसका दृढ़तापूर्वक खंडन नहीं किया है।

उन्होंने कहा, इससे मुझे चिंता होती है।

उन्होंने पुष्टि की कि अमेरिकी राजदूत को कोपेनहेगन में विदेश मंत्रालय में वार्ता के लिए बुलाया जाएगा।

कथित जासूसी प्रयासों ने अमेरिका-डेनमार्क संबंधों को और अधिक तनावपूर्ण बना दिया है, जो पहले से ही तब से तनावपूर्ण हैं जब से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ग्रीनलैंड को खरीदने में रुचि व्यक्त की है। एक प्रस्ताव ने पूरे डेनमार्क में राजनीतिक प्रतिक्रिया को जन्म दिया था।

रासमुसेन का कहना है कि अमेरिका डेनमार्क और ग्रीनलैंड की दोस्ती को कमजोर करने के लिए और ग्रीनलैंड पर कब्जा करने के उद्देश्य से खुफिया जानकारी एकत्र करने और प्रभाव डालने की कोशिश कर रहा है। लेकिन, संयुक्त राज्य अमेरिका ऐसे प्रयासों में सफल नहीं होगा।

इससे पहले बुधवार को डेनमार्क की घरेलू खुफिया एजेंसी पीईटी ने एक लिखित बयान जारी कर कहा कि इस क्षेत्र पर बढ़ते इंटरनेशनल फोकस के कारण डेनमार्क और ग्रीनलैंड दोनों के खिलाफ जासूसी का खतरा और विदेशी प्रभाव का खतरा बढ़ गया है।

--आईएएनएस

डीकेएम/केआर

Advertisment

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

      
Advertisment