किनशासा, 11 जुलाई (आईएएनएस)। डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (डीआरसी) में हैजा का प्रकोप गंभीर दौर में पहुंच गया है। स्वास्थ्य मंत्री रॉजर कांबा ने बताया कि जनवरी 2025 से अब तक देशभर में 33,000 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें मृत्यु दर लगभग 2 प्रतिशत है।
यह आंकड़ा साल 2024 के पूरे साल के 31,749 मामलों से भी अधिक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, हैजा की बीमारी अब देश के 26 में से 17 प्रांतों में फैल चुकी है, जो एक दिन पहले 14 प्रांतों में थी।
राजधानी किनशासा में 1.7 मिलियन से अधिक लोग रहते हैं, यहां हर हफ्ते करीब 130 नए मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें से कई घातक साबित हो रहे हैं। मंत्री ने चेतावनी दी कि बीमारी तेजी से फैल रही है।
सरकार ने किनशासा में नए उपचार केंद्र खोलने और मरीजों को मुफ्त इलाज देने की घोषणा की है। इसके साथ ही देश में मंकीपॉक्स (एमपॉक्स) के मामले भी बढ़ रहे हैं, जिसे कांबा ने गंभीर स्वास्थ्य संकट बताया।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो (डीआरसी) ने 5 मई को हैजा के प्रकोप की आधिकारिक घोषणा की। यह घोषणा तब की गई जब देश के कई प्रांतों में प्रयोगशाला जांच के जरिए हैजा के मामलों की पुष्टि हुई।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, दस्त के गंभीर संक्रमण को हैजा कहते हैं, जो वाइब्रियो कोलेरे नामक बैक्टीरिया से दूषित भोजन या पानी के सेवन से होता है। यह एक वैश्विक जन स्वास्थ्य खतरा है और सामाजिक, आर्थिक विकास की कमी व असमानता को भी दिखाता है। हैजा और दूषित पानी से होने वाली अन्य बीमारियों को रोकने के लिए स्वच्छ जल, बुनियादी स्वच्छता और हाइजीन का होना है।
हाल के वर्षों में डब्ल्यूएचओ को बताए गए हैजा के मामलों की संख्या लगातार बढ़ी है। 2023 में, 45 देशों से डब्ल्यूएचओ को 535,321 मामले और 4,007 मौतें बताई गईं। कई मामले निगरानी की कमी और व्यापार-पर्यटन पर प्रभाव के डर से दर्ज नहीं हो पाते।
सरकार और स्वास्थ्य संगठन हैजा को नियंत्रित करने के लिए तेजी से काम कर रहे हैं, लेकिन स्वच्छ पानी और स्वच्छता सुविधाओं में सुधार जरूरी है।
--आईएएनएस
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